पटना : संसद में नेता प्रतिपक्ष कांग्रेस पार्टी के राहुल गांधी बिहार में अपने दूसरे दौरे पर 5 फरवरी को पटना आ रहे हैं। इस दौरान वह कृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित जगलाल चौधरी जयंती समारोह में शामिल होंगे। यह समारोह बिहार में कांग्रेस की राजनीतिक गतिविधियों के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है, और राहुल गांधी के इस दौरे को पार्टी की रणनीतिक पहल के रूप में देखा जा रहा है।
राहुल गांधी का पटना दौरा और पार्टी की गतिविधियां
राहुल गांधी के बिहार दौरे की जानकारी बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी (बीपीसीसी) के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने सोमवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर दी। उन्होंने लिखा, “नेता विपक्ष माननीय राहुल गांधी जी 5 फरवरी को पटना के कृष्ण मेमोरियल हॉल में श्री जगलाल चौधरी जयंती समारोह में भाग लेंगे।” इसके अलावा, राहुल गांधी के इस दौरे को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं में भी उत्साह देखा जा रहा है क्योंकि यह आयोजन बिहार में कांग्रेस की उपस्थिति को और सशक्त बनाने के उद्देश्य से किया जा रहा है।
पिछले दौरे में क्या हुआ था?
राहुल गांधी का पिछला बिहार दौरा 18 जनवरी को हुआ था, जब उन्होंने पटना में “संविधान सुरक्षा सम्मेलन” को संबोधित किया था। इस कार्यक्रम के दौरान राहुल गांधी ने केंद्र सरकार की नीतियों पर गंभीर सवाल उठाए थे और संविधान की रक्षा के लिए विपक्ष को एकजुट होने की अपील की थी। इसके बाद वह बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्यालय सदाकत आश्रम गए थे, जहां उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने बीपीएससी (बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन) परीक्षा को रद्द करने की मांग करने वाले उम्मीदवारों से भी मुलाकात की थी।
राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद से मुलाकात
राहुल गांधी ने अपने पिछले दौरे के दौरान बिहार के प्रमुख राजनीतिक नेता और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव से भी मुलाकात की थी। यह मुलाकात विपक्षी एकता को मजबूत करने के संदर्भ में अहम मानी गई थी। राहुल और लालू प्रसाद की यह मुलाकात राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बनी थी क्योंकि कांग्रेस और राजद के बीच लंबे समय से रिश्ते अच्छे नहीं थे।
बिहार में कांग्रेस की राजनीतिक स्थिति
बिहार में कांग्रेस पार्टी लंबे समय से अपने राजनीतिक प्रभाव को पुनः स्थापित करने की कोशिशों में लगी हुई है। पार्टी की रणनीति में चुनावी राजनीति के अलावा, राज्य की सामाजिक और राजनीतिक स्थिति को बेहतर करने के लिए विभिन्न अभियानों का आयोजन भी शामिल है। राहुल गांधी का बिहार में इस बार का दौरा कांग्रेस पार्टी के लिए विशेष महत्व रखता है, क्योंकि यह आने वाले विधानसभा चुनावों के संदर्भ में रणनीतिक रूप से बहुत महत्वपूर्ण हो सकता है।
माना जा रहा है कि राहुल गांधी का 5 फरवरी को पटना दौरा बिहार में कांग्रेस पार्टी की राजनीतिक गतिविधियों को एक नई दिशा दे सकता है। जहां एक ओर यह दौरा कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लिए उत्साहवर्धक है, वहीं दूसरी ओर यह पार्टी के बिहार में अपने आधार को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है। कांग्रेस के लिए यह यात्रा न केवल अपने कार्यकर्ताओं को प्रेरित करने का अवसर है, बल्कि पार्टी के नेता बिहार की राजनीति में अपनी सक्रियता को भी एक बार फिर से स्थापित करने का प्रयास कर रहे हैं।