रामगढ़ : रामगढ़ जिले में प्रारंभिक शिक्षा को सुदृढ़ बनाने के लिए जिला प्रशासन ने नई पहल की शुरुआत की है। सोमवार को डीसी चंदन कुमार की अध्यक्षता में जिला स्तरीय प्रारंभिक शिक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में डीएसई संजीत कुमार ने जानकारी दी कि विभागीय निर्देशानुसार, जिले में सहायक आचार्य के पदों का सृजन किया गया है।
रामगढ़ जिले के लिए सहायक आचार्य के 345 पद प्राथमिक विद्यालयों (कक्षा 1 से 5) और 429 पद माध्यमिक विद्यालयों (कक्षा 6 से 8) के लिए स्वीकृत किए गए हैं। इस निर्णय से प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा के स्तर पर गुणात्मक सुधार की उम्मीद जताई जा रही है। इन पदों का उद्देश्य शिक्षकों की कमी को दूर करना और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाना है। बैठक के दौरान, डीसी चंदन कुमार ने इन पदों के विद्यालय स्तर पर प्रत्यर्पण और नियुक्ति प्रक्रिया पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि यह प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरी की जाए, ताकि बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान की जा सके।
मर्जर के बाद खाली हुए स्कूल भवनों का भी होगा प्रयोग
बैठक में एक और महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा हुई, जिसमें जिले में मर्जर के बाद खाली पड़े स्कूल भवनों के सकारात्मक उपयोग के उपायों पर विचार किया गया। उपायुक्त ने इन भवनों का उपयोग कैसे किया जा सकता है, इस पर विचार करने के लिए सभी सदस्यों से सुझाव मांगे। जिला शिक्षा अधीक्षक को इस संबंध में 15 फरवरी तक योजना बनाने का निर्देश दिया गया है। बैठक में रामगढ़ विधायक ममता देवी, बढ़कागांव विधायक रोशन लाल चौधरी, डीडीसी रोबिन टोप्पो और सांसद प्रतिनिधि राजीव जायसवाल सहित कई अन्य प्रमुख लोग उपस्थित थे। उन्होंने जिले में शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए अपनी चिंता व्यक्त की और प्रशासन के साथ मिलकर इसे सुधारने के लिए हर संभव मदद का वादा किया। इस बैठक के बाद, जिला प्रशासन ने यह स्पष्ट किया कि स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया को तेज़ किया जाएगा और विभिन्न खाली स्कूल भवनों का बेहतर उपयोग करने के लिए जल्द ही ठोस कदम उठाए जाएंगे।