RANCHI (JHARKHAND): रिम्स और अन्य संस्थानों में नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों की ठगी करने वाली महिला उषा बाखला को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बरियातु थाना में दर्ज मामले में उसे न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। मुन्ना यादव की शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई की है।
पुलिस ने बताया कि उषा बाखला ने खुद को रिम्स की डॉक्टर बताकर ओला ड्राइवर संदीप कुमार और उसके भाई को नौकरी दिलाने के नाम पर 23 लाख रुपए की ठगी की। जांच में सामने आया कि आरोपी महिला ने खरसीदाग ओपी क्षेत्र निवासी बिमल उरांव से फ्लैट निर्माण के नाम पर 58 लाख, धुर्वा निवासी सत्येन्द्र दुबे से बिजनेस के नाम पर 3 लाख और नगड़ी निवासी बुलबुल मुंडा से नौकरी दिलाने के नाम पर 22 लाख रुपए ऐंठे।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, उषा बाखला के खिलाफ चार अलग-अलग थानों में गंभीर धाराओं में केस दर्ज हैं। कुल मिलाकर उसने रांची और आसपास के क्षेत्रों में करीब 1.06 करोड़ की ठगी की है। पुलिस अब आरोपी के बैंक खातों और अन्य संपत्तियों की जांच कर रही है। इस मामले में अन्य आरोपियों की संलिप्तता की भी जांच जारी है।