VIVEK SHARMA
रांची: रांची नगर निगम के जिम्मे शहर की सफाई व्यवस्था है। वहीं शहर के लोगों को बेसिक सुविधाएं पानी, सड़क, नाली भी मुहैया कराना है। इसके बदले में रांची नगर निगम शहर में लोगों से टैक्स वसूलता है। वहीं टैक्स वसूलने में रांची नगर निगम राज्य के सभी निकायों में अव्वल रहा है। लेकिन लोगों को सुविधाएं देने में फिसड्डी साबित हो रहा है। बता दें कि राजधानी के लोगों ने बीते एक वर्ष में नगर निगम को 90 करोड़ रुपये से अधिक टैक्स दिया, लेकिन इसके बावजूद शहर की सड़कों, जलापूर्ति और सफाई जैसी मूलभूत सुविधाओं की हालत ज्यों की त्यों बनी हुई है। निगम भले ही टैक्स वसूली में अव्वल रहा हो, लेकिन सुविधा देने के मामले में पीछे है।
टूटी-फूटी सड़कों से गुजर रहे लोग
शहर के कई वार्डों में आज भी लोग टूटी-फूटी और कच्ची सड़कों से गुजरने को मजबूर हैं। खासकर शहर के बाहरी इलाकों और नए बसे इलाकों में सड़कों की हालत बदतर है। बरसात के दिनों में इन सड़कों पर कीचड़ और जलभराव आम बात है, जिससे लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ती है। कुछ इलाकों में तो सड़कें आज भी कच्ची हैं, जहां न वाहन ठीक से चल पाते हैं, न ही पैदल चलना सुरक्षित रहता है। इसे लेकर लोग शिकायत भी दर्ज करा रहे है।


ठेकेदार ले गया एचवाईडीटी का मोटर
गर्मी में लोगों को पानी की समस्या से दो चार होना पड़ रहा है। इतनी गर्मी के बीच में ही ठेकेदार कई वार्डों से दर्जनों मोटर खोलकर रिपेयर कराने ले गया है। लेकिन कई दिन बीत जाने के बाद भी मोटर का पता नहीं है। वहीं इसकी कोई जानकारी भी लोगों को नहीं मिल पा रही है। ठेकेदार द्वारा मरम्मत के नाम पर कई जगहों से मोटर तो निकाल लिए गए और कई दिनों से उन्हें दोबारा नहीं लगाया गया है। इससे लोगों को पीने के पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। पूर्व पार्षदों के पास लोग इसके लिए गुहार लगा रहे है। आखिर उन्हें जरूरत का पानी जो नहीं मिल पा रहा है।

घरों से हर दिन नहीं उठ रहा कचरा
शहर में डोर टू डोर वेस्ट कलेक्शन का जिम्मा रांची नगर निगम ने स्वच्छता कार्पोरेशन को दे दिया है। कुछ दिन तो एजेंसी ने बेहतर काम किया। लेकिन 5 महीने बीतने के बाद ही एजेंसी ने रंग दिखाना शुरू कर दिया है। अब तो हर दिन डोर टू डोर कलेक्शन ही नहीं हो पा रहा है। ऐसी स्थिति में कचरा लोगों के घरों में पड़ा है। मजबूरी में लोग घरों का कचरा रोड किनारे फेंक रहे है। जिससे शहर की छवि भी खराब हो रही है। जबकि वेस्ट कलेक्शन के लिए भी शहर के लोगों से रांची नगर निगम वेस्ट यूजर चार्ज वसूलता है।
2.40 लाख हाउस होल्डर है निगम क्षेत्र में
रांची नगर निगम क्षेत्र में 2.40 लाख के करीब हाउस होल्डर रजिस्टर्ड है। इसके अलावा भी शहर में बड़ी आबादी नगर निगम क्षेत्र में निवास करती है। इसके बावजूद नगर निगम लोगों को बुनियादी सुविधाएं मुहैया नहीं करा पा रहा है। शहर के लोगों की मांग है कि निगम टैक्स वसूली जितनी गंभीरता से करता है, उतनी ही प्राथमिकता सुविधाएं देने में भी दिखाए। साथ ही काम में पारदर्शिता के साथ जवाबदेही तय की जाए। तभी लोगों को बेहतर सुविधाएं मिल सकेगी।