RANCHI (JHARKHAND): मॉनसून के एंट्री के साथ ही शहर के कई इलाके डूब गए। सीएम ने जब इस मामले में संज्ञान लिया तो अधिकारी एक्टिव मोड में आ गए। वहीं शहर में जलजमाव की समस्याओं को देखते हुए निगम के अधिकारियों ने विभिन्न इलाकों का जायजा लिया और त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने को निर्देश दिए। इतना ही नहीं जलजमाव को लेकर टोल फ्री नंबर जारी किया गया है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि शहर के कई इलाके डूबने के दौरान नगर निगम के अधिकारियों की नींद क्यों नहीं खुली थी। नगर निगम प्रशासन हरकत में आ गया है। निगम के अधिकारियों ने स्वच्छता शाखा की टीम के साथ मिलकर बांधगाड़ी, दीपाटोली, नाला रोड, हिंदपीढ़ी, बरियातू समेत कई जलजमाव प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया। टोल फ्री नंबर भी जारी किया 1800 570 1235 है। जिस पर लोग 24 घंटे जल जमाव की शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
सुपर सकर मशीन से होगी निकासी
निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि किसी भी स्थिति में नालियों की सफाई में लापरवाही न हो। वार्ड सुपरवाइजर को 24×7 क्षेत्र की निगरानी करने और जरूरत पड़ने पर मोटर, जेसीबी, सुपर सकर मशीन, सक्शन मशीन जैसे उपकरणों का इस्तेमाल कर जल निकासी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। खतरनाक और खुले नालों को चिन्हित कर उन पर बैरीकेडिंग करने और स्लैब से कवर करने के आदेश भी दिए गए हैं।
अलर्ट मोड में क्विक रिस्पांस टीम
इसके अलावा क्विक रिस्पॉन्स टीम को लगातार अलर्ट पर रहने को कहा गया है ताकि बारिश के दौरान जलजमाव की स्थिति को तुरंत नियंत्रण में लाया जा सके। टीम को किसी भी समय आवश्यक मशीनरी के इस्तेमाल के लिए तैयार रहने को कहा गया है। नगर निगम ने शहर के लोगों से भी अपील की है कि वे जलजमाव की स्थिति या किसी भी आपात स्थिति की जानकारी तुरंत नगर निगम को दें। इंतजार न करें जिससे कि परेशानी और बढ़ सकती है। नगर निगम का यह प्रयास मॉनसून में लोगों की सुविधा और स्वास्थ्य सुरक्षा को ध्यान में रखकर किया गया है।
READ ALSO: लोध फॉल्स – झारखंड का सबसे ऊंचा झरना और उससे जुड़े रहस्य…