Ranchi News : रांची के चान्हो प्रखंड में स्थित मॉडल स्कूल को अचानक सपारोम शिफ्ट किए जाने के बाद शिक्षा व्यवस्था पर संकट खड़ा हो गया है। इस फैसले के चलते स्कूल में पढ़ने वाले सभी 96 बच्चों को सामूहिक रूप से विद्यालय परित्याग प्रमाण पत्र (टीसी) थमा दिया गया है। यह निर्णय जिला शिक्षा पदाधिकारी रांची, विनय कुमार द्वारा सोमवार को जारी आदेश के बाद लिया गया।इस निर्णय से न सिर्फ छात्रों के अभिभावक परेशान हैं, बल्कि बच्चों का भविष्य भी अनिश्चितता में फंस गया है। स्कूल की दूरी नए स्थान पर करीब 18 किलोमीटर हो जाने के कारण अभिभावकों ने बच्चों को स्कूल भेजने में असमर्थता जताई। अभिभावकों का कहना है कि स्कूल तक जाने के लिए न तो कोई परिवहन सुविधा उपलब्ध कराई गई और न ही स्कूल प्रशासन या शिक्षा विभाग ने कोई वैकल्पिक समाधान निकाला।
सोमवार को बड़ी संख्या में अभिभावकों और छात्रों ने उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री से मुलाकात कर अपनी परेशानी साझा की थी। इसके बाद डीसी ने डीईओ को मामले का हल निकालने का निर्देश दिया। लेकिन समाधान की जगह सभी बच्चों को टीसी देकर स्कूल से हटा दिया गया।मॉडल स्कूल चान्हो के प्रभारी प्राचार्य राम किशोर प्रसाद ने बताया कि विद्यालय के नए भवन में स्कूल का संचालन शुरू हो गया है और अभिभावकों की मांग पर बच्चों को टीसी दी जा रही है। अब स्कूल स्थानीय स्तर के नए छात्रों के नामांकन पर जोर देगा।
Ranchi News: फैसला बच्चों के लिए हानिकारक
अभिभावक दिलीप साहू और गोविंद साहू जैसे कई लोगों का कहना है कि यह फैसला बच्चों के लिए अत्यंत हानिकारक है। 10वीं जैसे अहम कक्षा में पढ़ रहे छात्रों का रजिस्ट्रेशन हो चुका है, अब अगर वे पढ़ाई से वंचित रह गए तो इसका प्रभाव लंबे समय तक उनके भविष्य पर पड़ेगा।बताया गया कि मॉडल स्कूल पहले अपग्रेडेट स्कूल सोस के भवन में चल रहा था। 2022 से इसे शिफ्ट करने की योजना थी, जो मई 2025 में जाकर लागू की गई। लेकिन इतनी दूर स्कूल को शिफ्ट करना, बिना ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था के, ग्रामीण इलाकों के छात्रों और उनके परिवारों के लिए बड़ी परेशानी बन गया।इस पूरे प्रकरण ने एक बार फिर से सरकारी स्कूलों में योजना और ज़मीनी हकीकत के बीच की खाई को उजागर कर दिया है। फिलहाल शिक्षा विभाग के पास इसका कोई ठोस हल नहीं है और 96 बच्चों का शैक्षणिक भविष्य अधर में लटका हुआ है।
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