Ranchi (Jharkhand): रांची रेलवे स्टेशन पर रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने एक सराहनीय कार्य करते हुए मानव तस्करी के एक बड़े प्रयास को विफल कर दिया है। आरपीएफ ने स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 2 से छह नाबालिग बच्चों को एक तस्कर के चंगुल से सुरक्षित बचाया है।
प्लेटफॉर्म पर संदिग्ध अवस्था में मिले बच्चे
उप निरीक्षक सोहन लाल ने शुक्रवार को इस घटना की जानकारी देते हुए बताया कि आरपीएफ कमांडेंट पवन कुमार के निर्देशानुसार आरपीएफ पोस्ट रांची, एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (एएचटीयू) और नन्हे फरिश्ते टीम ने संयुक्त रूप से रांची रेलवे स्टेशन पर विशेष जांच अभियान चलाया था। इस अभियान के दौरान टीम को प्लेटफार्म संख्या 02 पर छह नाबालिग लड़के संदिग्ध अवस्था में बैठे हुए मिले। जब आरपीएफ टीम ने उनसे पूछताछ की तो उन्होंने अपने नाम और पता बताया। ये सभी बच्चे पड़ोसी राज्य बिहार के गया जिले के रहने वाले हैं।
काम की तलाश में निकले थे घर से, चाइल्ड लाइन को सौंपा गया
पूछताछ में सभी नाबालिगों ने बताया कि वे बेहतर जीवन और काम की तलाश में अपने घरों से निकले थे। हालांकि, उनकी संदिग्ध स्थिति और विरोधाभासी बयानों के बाद आरपीएफ टीम को उन पर शक हुआ। त्वरित कार्रवाई करते हुए आरपीएफ टीम ने सभी छह बच्चों को रेस्क्यू किया और उन्हें मानव तस्करी के शिकार होने से बचा लिया। इसके बाद कानूनी प्रक्रियाओं को पूरा करते हुए सभी बच्चों को सुरक्षित आश्रय के लिए चाइल्ड लाइन रांची को सौंप दिया गया है। आरपीएफ की इस सक्रियता ने न केवल छह मासूम जिंदगियों को तस्करों के चंगुल से बचाया, बल्कि मानव तस्करी के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण सफलता भी हासिल की है।