रांची: रांची के सदर अस्पताल में मरीजों को जल्द ही कई सुविधाएं मिलने जा रही है। जिसके तहत एक ही छत के नीचे मरीजों को सिटी स्कैन, एमआरआई, मैमोग्राफी की सुविधा मिलने लगेगी। सिटी स्कैन मशीन के इंस्टॉलेशन के बाद ट्रायल रन किया जा रहा है। इसके बाद मरीजों को इसकी सुविधा मिलने लगेगी। ऐसे में मरीजों को अब प्राइवेट सेंटरों की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। वहीं टेस्ट कराने के लिए ज्यादा जेब ढीली नहीं करनी होगी।
महिलाओं को ये मिलेगी सुविधा
अस्पताल प्रशासन ने जानकारी दी है कि इस महीने के अंत तक यहां मैमोग्राफी मशीन भी स्थापित कर दी जाएगी। यह सुविधा खासतौर पर महिलाओं के लिए बड़ी राहत लेकर आएगी, क्योंकि इससे स्तन कैंसर की शुरुआती स्टेज में ही पहचान संभव होगी। सदर अस्पताल में पहले से ही सुपर स्पेशियलिटी सेवाओं के विस्तार की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए जा चुके हैं। अब मैमोग्राफी मशीन की स्थापना इसी कड़ी का अगला अहम हिस्सा है।
रेडियोलॉजी की सभी सुविधाएं उपलब्ध
सदर अस्पताल में अत्याधुनिक 128 स्लाइस सीटी स्कैन मशीन का ट्रायल परीक्षण शुरू कर दिया गया है। कृष्णा डायग्नोस्टिक्स द्वारा पीपीपी (पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप) मोड के तहत यह सेवा शुरू की गई है। रांची के सिविल सर्जन डॉ प्रभात कुमार ने बताया कि तीन दिनों के ट्रायल के बाद सीटी स्कैन की नियमित जांच शुरू हो जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने यह भी घोषणा की कि अगले 15 दिनों के भीतर एमआरआई मशीन भी अस्पताल में काम करने लगेगी।
आयुष्मान से मुफ्त में होगी जांच
महत्वपूर्ण बात यह है कि इन सभी सेवाओं के लिए आयुष्मान भारत योजना के तहत आने वाले लाभार्थियों से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। जबकि अन्य आम नागरिकों से सीजीएचएस दर के अनुसार शुल्क निर्धारित किया गया है। उदाहरण के तौर पर, सीटी स्कैन की शुरुआत मात्र 1050 रुपये से होगी, जो निजी जांच केंद्रों की तुलना में काफी किफायती है। इसके साथ ही, पीपीपी मोड में काम कर रही कृष्णा डायग्नोस्टिक्स द्वारा होने वाले मुनाफे का 15 प्रतिशत हिस्सा सदर अस्पताल को मिलेगा।
कैथलैब से दिल का होगा इलाज
सदर अस्पताल को सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के रूप में विकसित करने की दिशा में कई योजनाएं चल रही हैं। आने वाले समय में अस्पताल में 8 करोड़ रुपये की लागत से कैथ लैब की स्थापना की जाएगी, जिससे हार्ट रोगियों को आधुनिक इलाज की सुविधा मिल सकेगी।