गुरुग्रामः हरियाणा के गुरुग्राम से एक महिला की सुरक्षा से जुड़ा गंभीर मामला सामने आया है। एक व्यक्ति ने इंस्टाग्राम (@hellobiwiihellopatii) पर वीडियो साझा करते हुए बताया कि उसकी पत्नी को एक Rapido ड्राइवर ने राइड के दौरान आपत्तिजनक संदेश भेजे। पीड़िता के पति अभिमन्यु ने ड्राइवर को मौके पर जाकर रंगे हाथ पकड़ा और इस पूरे घटनाक्रम को सोशल मीडिया पर साझा किया।
Rapido ड्राइवर ने महिला को भेजा आपत्तिजनक संदेश
अभिमन्यु ने अपने वीडियो में बताया कि जब उनकी पत्नी ने पिकअप लोकेशन पर ड्राइवर से संपर्क किया, तो ड्राइवर ने जवाब देने के बजाय अपना व्यक्तिगत मोबाइल नंबर भेजा और महिला से उसके घर आने की बात कही। यह व्यवहार न केवल अनुचित था, बल्कि महिला की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता भी उत्पन्न करता है।
फर्जी ID से चल रहा था ड्राइवर, सुरक्षा पर सवाल
वीडियो में एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि आरोपी ड्राइवर किसी और के Rapido ID से काम कर रहा था। इससे यह साफ होता है कि ऐप आधारित सेवाओं में पहचान की पुष्टि और सत्यापन की प्रक्रिया में गंभीर खामियां हैं। इस घटना ने ऐप आधारित टैक्सी सेवाओं में महिला सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
ड्राइवर ने दी सफाई, अभिमन्यु ने की कड़ी निंदा
वीडियो में दिखाया गया है कि ड्राइवर माफी मांगता नजर आ रहा है और घटना को “गलतफहमी” करार दे रहा है। उसने दावा किया कि उसने महिला के संदेश को गलत समझ लिया। लेकिन अभिमन्यु ने इस पर सख्त प्रतिक्रिया देते हुए Rapido की जिम्मेदारी पर सवाल उठाए। उन्होंने लिखा, “आपकी जवाबदेही क्या है? कोई और आपकी ऐप से ड्राइवर बनकर काम कैसे कर रहा है? अब तक आपकी तरफ से कोई कॉल या समाधान नहीं आया है।”
सोशल मीडिया पर उबाल, महिला सुरक्षा को लेकर नाराज़गी
यह वीडियो इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो गया है और लोगों में नाराज़गी देखी जा रही है। कई सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने अभिमन्यु की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने समय पर कार्रवाई कर एक बड़ी घटना को टाल दिया। एक यूजर ने लिखा, “महिला सुरक्षा हमारे देश में हमेशा मज़ाक रही है। Rapido जैसी कंपनी को तुरंत पुलिस में रिपोर्ट करनी चाहिए थी।”
Rapido की प्रतिक्रिया, दोषी ड्राइवरों पर कार्रवाई
Rapido ने इस वायरल वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए बताया कि उन्होंने इस घटना की गहन जांच के बाद दोनों शामिल “कैप्टन” (ड्राइवरों) को स्थायी रूप से अपने प्लेटफॉर्म से प्रतिबंधित कर दिया है। कंपनी ने बयान जारी करते हुए कहा, “हम इस तरह के व्यवहार को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करते और आपकी प्रतिक्रिया से हमें अपने कैप्टन ट्रेनिंग और मॉनिटरिंग सिस्टम को और मजबूत करने में मदद मिलेगी।”
महिला सुरक्षा और ऐप आधारित सेवाएं: बड़ी जिम्मेदारी की ज़रूरत
यह घटना एक बार फिर यह साबित करती है कि महिला यात्रियों की सुरक्षा को लेकर ऐप आधारित सेवाओं को और सतर्क होने की जरूरत है। फर्जी आईडी और बिना सत्यापन के ड्राइवरों को प्लेटफॉर्म पर अनुमति देना न केवल गैर-जिम्मेदाराना है, बल्कि इससे महिला यात्रियों के लिए खतरा भी बढ़ता है।