सेंट्रल डेस्क : रतन टाटा, जिन्होंने अपने जीवन में न केवल व्यापार की दुनिया में अपनी पहचान बनाई, बल्कि समाज सेवा में भी एक मिसाल कायम की, उनकी एक बड़ी इच्छा अब पूरी हो गई है। टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन को रतन टाटा एंडोमेंट फाउंडेशन (RTEF)का नया चेयरमैन नियुक्त किया गया है। यह फाउंडेशन दिवंगत रतन टाटा द्वारा स्थापित किया गया था, और उनके जीवन के महत्वपूर्ण कार्यों में से एक था। रतन टाटा की इच्छा थी कि चंद्रशेखरन इस फाउंडेशन का नेतृत्व करें और इस दिशा में अब यह कदम उठाया गया है।
क्या है रतन टाटा का फाउंडेशन
RTEF एक सेक्शन 8 कंपनी है, जिसे रतन टाटा ने अपनी अधिकांश संपत्ति दान और परोपकारी कार्यों के लिए स्थापित किया था। इसके गठन का मुख्य उद्देश्य टाटा ग्रुप की सामाजिक जिम्मेदारियों को बढ़ावा देना और रतन टाटा की संजीवनी योजनाओं को आगे बढ़ाना था। उनकी वसीयत में यह साफ तौर पर उल्लेखित था कि एन चंद्रशेखरन को ही इसके चेयरमैन की जिम्मेदारी संभालनी चाहिए। यह नियुक्ति उस वसीयत की पूर्ति का एक अहम हिस्सा है, जिसे रतन टाटा ने अंतिम समय में किया था।
एन चंद्रशेखरन का नया कार्यभार
रतन टाटा के बाद, एन चंद्रशेखरन अब RTEF के चेयरमैन के रूप में अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे। इसके साथ ही वे फाउंडेशन के मैनेजमेंट स्ट्रक्चर को औपचारिक रूप से स्थापित करेंगे और वह टीम भी गठित करेंगे, जो इसके संचालन के लिए जिम्मेदार होगी। इस नियुक्ति को रतन टाटा की अंतिम इच्छा का सम्मान कहा जा सकता है, और यह टाटा परिवार और टाटा ग्रुप के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
फाउंडेशन की स्वायत्तता और प्रशासनिक कदम
RTEF का उद्देश्य टाटा ट्रस्ट्स से स्वतंत्र रूप से काम करना था, और रतन टाटा ने इसे स्पष्ट रूप से अपनी वसीयत में उल्लेखित किया था। अब, चंद्रशेखरन की नियुक्ति के साथ, यह सुनिश्चित किया गया है कि फाउंडेशन अपनी स्वतंत्रता बनाए रखे। विशेषज्ञों का मानना है कि यह प्रशासनिक कदम फाउंडेशन के दीर्घकालिक उद्देश्य को साकार करने में मदद करेगा।
रतन टाटा की संपत्ति का वितरण और भविष्य की दिशा
रतन टाटा की संपत्ति का वितरण मार्च के अंत तक वसीयत के प्रोबेट के लिए बॉम्बे हाईकोर्ट में जमा किया जाएगा, जिसके बाद इसे प्रमाणित किया जाएगा। इसके बाद, फाउंडेशन को टाटा ग्रुप की कंपनियों, जैसे टाटा टेक्नोलॉजीज और टाटा डिजिटल से धन प्राप्त होगा। रतन टाटा की कुल संपत्ति का अनुमान लगभग ₹8,000 करोड़ था, जिसमें उनकी टाटा संस में हिस्सेदारी, लग्जरी कारों का संग्रह, महंगी पेंटिंग और अन्य निवेश शामिल हैं।
रतन टाटा का समाज सेवा में योगदान
रतन टाटा का जीवन केवल व्यापार तक सीमित नहीं था। उन्होंने हमेशा समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाई और अपनी संपत्ति का बड़ा हिस्सा समाज सेवा के लिए दान किया। उनके जीवन की यह दिशा आज भी उनकी प्रेरणा बनकर लोगों के दिलों में जीवित है। चंद्रशेखरन अब इस मिशन को आगे बढ़ाएंगे, और टाटा ग्रुप के इस संस्थान को और अधिक मजबूती से चलाने के लिए काम करेंगे।