भारत के सबसे बड़े बिज़नेस ग्रुप टाटा ग्रुप के प्रतिष्ठित चेयरमैन रतन टाटा का बुधवार, 9 अक्टूबर को 86 वर्ष की आयु में निधन हो गया। इस सप्ताह की शुरुआत में, रतन जी को उम्र से संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं के कारण मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था और बाद में उन्हें आईसीयू में ले जाया गया था। अपने बिगड़ते स्वास्थ्य के बारे में, उन्होंने सोशल मीडिया के माधयम से बताया था कि वे अपनी उम्र के कारण नियमित मेडिकल जांच करवा रहे थे। लेकिन फिर बुधवार को उनकी तबियत ज्यादा खराब होने के कारण रतन टाटा को दोबारा हॉस्पिटल ले जाया गया।
टाटा ने लगभग एक सदी पहले अपने परदादा द्वारा स्थापित विशाल संगठन की देखरेख के लिए 1991 में टाटा ग्रुप की कमान संभाली थी। कई इंटरव्यूज में उनसे उनकी लिगेसी के बारे में पूछे जाने पर, कि वह इस दुनिया में किस तरह याद किये जाना चाहते हैं तो उन्होंने अपने आंसर में एक ऐसे व्यक्ति के रूप में याद किए जाने की इच्छा व्यक्त की, जिसने व्यवसाय के सर्वोत्तम हित में काम किया और सकारात्मक प्रभाव डाला हो।
कोलकाता में इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स के लेडीज स्टडी ग्रुप द्वारा आयोजित 2014 के एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा था, “मैं एक ऐसे व्यक्ति के रूप में याद किया जाना चाहूंगा, जिसने बिना किसी को चोट पहुंचाए, व्यवसाय के लाभ के लिए काम किया हो।” अपनी विनम्रता और परोपकारी प्रयासों के लिए जाने जाने वाले टाटा को उनके दूरदर्शी नेतृत्व के लिए भी जाना जाता है।
फरवरी 2018 में CNBC के साथ एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा, “मैं एक ऐसे व्यक्ति के रूप में याद किया जाना चाहता हूं जिसने बदलाव लाया – न ज़्यादा, न कम।” मई 2021 में एक अन्य इंटरव्यू में उन्होंने कहा, “मैं एक ऐसे व्यक्ति के रूप में देखा जाना चाहता हूँ जो बदलाव ला सकता है और दृष्टिकोण बदलने की ज़िम्मेदारी ले सकता है।”
सोशल मीडिया पर थे एक्टिव
सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने वाले टाटा के इंस्टाग्राम पर लगभग 10.3 मिलियन फ़ॉलोअर थे, एवं उन्होंने केवल दो अकाउंट फ़ॉलो किए हैं। मुंबई में स्मॉल एनिमल हॉस्पिटल और टाटा ट्रस्ट। एक्स पर, उनके 13.3 मिलियन फ़ॉलोअर थे और यहां उन्होंने सात अकाउंट फ़ॉलो किए, जिनमें आनंद महिंद्रा, प्रधानमंत्री मोदी और बराक ओबामा जैसी उल्लेखनीय हस्तियां शामिल थीं।
28 दिसंबर, 1937 को टाटा परिवार में जन्मे रतन टाटा ने कॉर्नेल विश्वविद्यालय में आर्किटेक्चर और स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और बाद में हार्वर्ड बिजनेस स्कूल में मैनेजमेंट कोर्स पूरा किया था।