ब्रिस्बेन (ऑस्ट्रेलिया) : भारतीय क्रिकेट के महान स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन ने अचानक ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला लिया है। उन्होंने गाबा टेस्ट के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस फैसले की घोषणा की। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा भी उनके साथ मौजूद थे। अश्विन का यह फैसला भारतीय क्रिकेट के लिए बड़ा झटका है, क्योंकि वह भारतीय टीम का एक अहम हिस्सा रहे हैं और उन्होंने अपनी गेंदबाजी से कई रिकॉर्ड बनाए हैं।
अश्विन का कॅरियर और रिकॉर्ड
38 वर्षीय अश्विन ने अपनी गेंदबाजी से दुनिया भर में अपना नाम रोशन किया है। उनका कॅरियर शानदार रहा है और उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं। अश्विन ने अब तक 106 टेस्ट मैचों में 537 विकेट हासिल किए हैं, जिससे वह टेस्ट क्रिकेट में भारत के दूसरे सबसे सफल गेंदबाज बन गए हैं, सिर्फ अनिल कुंबले के बाद। कुंबले के नाम 619 टेस्ट विकेट हैं।
अश्विन की गेंदबाजी का औसत 24.00 और स्ट्राइक रेट 50.73 रहा है। उन्होंने अपनी गेंदबाजी में 37 बार पारी में पांच विकेट लेने का कारनामा भी किया, जो भारतीय गेंदबाजों में सबसे ज्यादा है। उनके बाद यह रिकॉर्ड अनिल कुंबले के नाम है, जिन्होंने 35 बार पांच विकेट हॉल लिया। अश्विन का सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी आंकड़ा 59 रन देकर सात विकेट है, जो एक शानदार प्रदर्शन है।
अश्विन के अन्य रिकॉर्ड
अश्विन का नाम टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा प्लेयर ऑफ द सीरीज अवॉर्ड जीतने वाले खिलाड़ी के रूप में भी दर्ज है। उन्होंने अब तक 11 बार यह अवॉर्ड अपने नाम किया है, और इस मामले में वह मुथैया मुरलीधरन के साथ बराबरी पर हैं। अश्विन का यह रिकॉर्ड विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि उन्होंने अपनी गेंदबाजी से कई बार टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
इसके अलावा, अश्विन ने 116 वनडे और 65 टी20 मैचों में भी भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया। वनडे क्रिकेट में उन्होंने 156 विकेट और टी20 में 72 विकेट लिए हैं। उनकी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी वनडे में 25 रन देकर चार विकेट और टी20 में 8 रन देकर चार विकेट रही है। वनडे में उनकी इकोनॉमी 4.93 और टी20 में 6.90 रही, जो एक बेहतरीन आंकड़ा है। हालांकि, इन दोनों प्रारूपों में वह कभी भी पारी में पांच विकेट नहीं ले पाए।
अश्विन का बल्लेबाजी में भी शानदार प्रदर्शन
अश्विन केवल एक गेंदबाज ही नहीं, बल्कि एक अच्छे बल्लेबाज भी रहे हैं। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 3503 रन बनाए हैं, जिसमें उनका औसत 25.75 का रहा है। उन्होंने 6 शतक और 14 अर्धशतक भी लगाए हैं, जो एक बल्लेबाज के लिए बहुत महत्वपूर्ण आंकड़ा है। वनडे और टी20 क्रिकेट में भी अश्विन ने अपने बल्ले से योगदान दिया, जहां उन्होंने 707 रन (16.44 की औसत से) और 184 रन (114.99 के स्ट्राइक रेट से) बनाए हैं।
अश्विन की डेब्यू और यात्रा
अश्विन ने 5 जून 2010 को हरारे में श्रीलंका के खिलाफ वनडे मैच से अपने अंतरराष्ट्रीय कॅरियर की शुरुआत की थी। वहीं, उन्होंने 12 जून 2010 को टी20 में भी जिम्बाब्वे के खिलाफ डेब्यू किया था। अश्विन का टेस्ट डेब्यू 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ दिल्ली में हुआ था। टेस्ट क्रिकेट में उनका योगदान और उनकी गेंदबाजी की विविधता उन्हें दुनिया के बेहतरीन स्पिन गेंदबाजों की श्रेणी में ले आई।
संन्यास की घोषणा और भावुक पल
अश्विन की संन्यास घोषणा के बाद ड्रेसिंग रूम में विराट कोहली के साथ उनका एक भावुक पल भी सामने आया, जहां कोहली ने उन्हें गले लगाया। यह दृश्य उनके क्रिकेट कॅरियर के समापन की ओर इशारा करता है और एक युग के खत्म होने जैसा था। अश्विन का यह फैसला चौंकाने वाला था, क्योंकि वह भारतीय स्पिन अटैक के मुख्य स्तंभ थे और भारतीय टीम में उनकी अहमियत बहुत अधिक थी।
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