चाईबासा : भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) रांची कार्यालय ने बैंक ऑफ़ इंडिया के सहयोग से पिल्लई हाल में एकदिवसीय वित्तीय समावेशन, वित्तीय सतर्कता और जागरूकता शिविर (RBI Awareness Camp) का आयोजन किया। इसमें करीब 300 स्थानीय लोग, बैंक ग्राहक, पलाश की दीदी और आरसेटी के प्रशिक्षणार्थी शामिल हुए।
मुख्य अतिथि मनोज रंजन ने बताया कि साइबर क्राइम के मामले बढ़ते जा रहे हैं। लोग एटीएम ब्लॉक, खाता ब्लॉक, डिजिटल निवेश, लॉटरी या अधिक लाभ के झांसे में आकर अपनी जमा पूंजी खो रहे हैं। कुछ ग्रामीणों के केवाईसी का दुरुपयोग कर मुख्य खाते खोलकर उनसे धोखाधड़ी की जा रही है। ऐसे मुद्दों पर जागरूकता बढ़ाने के लिए यह शिविर आयोजित किया गया।
आरबीआई ने यह भी बताया कि अगर बैंक किसी ग्राहक की शिकायत का निपटारा 30 दिनों के भीतर नहीं करता है, तो ग्राहक ओंबड्समैन के टोल फ्री नंबर, CMS पोर्टल, डाक या ईमेल के जरिए निशुल्क शिकायत कर सकते हैं। जो व्यक्ति लिखने-पढ़ने में सक्षम नहीं है, वह अपने परिवार के किसी नजदीकी के माध्यम से शिकायत कर सकता है। वकील के जरिए की गई शिकायत स्वीकार नहीं की जाएगी।
शिविर में प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम भी आयोजित किया गया, जिसमें सही उत्तर देने वाले प्रतिभागियों को RBI रांची द्वारा टोकन देकर पुरस्कृत किया गया। इसे मानस कुमार बारीक, कुमार सौरभ और उत्तम दीपक मुर्मू ने संचालित किया।
स्टेट बैंक चाईबासा के मुख्य प्रबंधक रविंद्र नवल ने ग्राहकों को सलाह दी कि यदि शाखा कर्मी उनकी समस्याओं को सुनें नहीं, तो शाखा प्रबंधक से संपर्क करें। उन्होंने मोबाइल और डिजिटल लेनदेन के दुरुपयोग से होने वाले वित्तीय नुकसान से भी लोगों को अवगत कराया।
पलाश के DPM ने समूह की दीदियों को मुद्रा लोन स्वीकृति हेतु उपस्थित बैंकों से अनुरोध किया। आंचलिक प्रबंधक भूपेंद्र नारायण ने ग्रामीणों को बैंक उत्पादों से परिचित कर लाभ लेने के लिए प्रेरित किया। झारखंड राज्य ग्रामीण बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक श्रीकांत कटारे ने ग्राहकों की सेवा सुधारने और शिकायतों का शीघ्र निपटान करने का आश्वासन दिया। मंच का संचालन सरस्वती देवी ने किया और धन्यवाद ज्ञापन LDM द्वारा प्रस्तुत किया।