जालंधर: प्रसिद्ध सूफी गायक और भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद हंसराज हंस की पत्नी रेशम कौर का निधन हो गया। उन्होंने बुधवार दोपहर जालंधर के टैगोर अस्पताल में अंतिम सांस ली। वह लंबे समय से बीमार थीं और बीते पांच दिनों से अस्पताल में भर्ती थीं। उनके निधन से परिवार में शोक की लहर है और परिजनों तथा रिश्तेदारों का उनके घर पर सांत्वना देने के लिए आना जारी है।
लंबे समय से थीं बीमार
रेशम कौर के भाई परमजीत सिंह ने जानकारी दी कि बुधवार दोपहर करीब 2 बजे जालंधर के टैगोर अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांस ली। उन्होंने बताया कि पहले उन्हें कोई विशेष परेशानी नहीं थी, लेकिन कुछ दिन पहले अचानक तबीयत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान डॉक्टरों ने उनका विशेष ध्यान रखा, लेकिन उनकी स्थिति में सुधार नहीं हुआ।
गुरुवार को होगा अंतिम संस्कार
परिवार के अनुसार, रेशम कौर का अंतिम संस्कार गुरुवार सुबह 11 बजे हंसराज हंस के पैतृक गांव सफीपुर में किया जाएगा। हंसराज हंस और रेशम कौर की शादी 18 अप्रैल 1984 को हुई थी। उनके दो बेटे हैं – युवराज हंस और नवराज हंस। रेशम कौर के अंतिम समय में उनके परिवार के सभी सदस्य उनके पास मौजूद थे।
हंसराज हंस का संगीत सफर
हंसराज हंस सूफी संगीत के प्रसिद्ध गायक हैं और उन्होंने कई हिट एल्बम दिए हैं। उनके गाए गाने श्रोताओं के बीच बेहद लोकप्रिय रहे हैं। उनके प्रसिद्ध गीतों में चोरनी, सब तो सोनी, तेरा इश्क, मोहब्बत, तेरा मेरा प्यार, और एक कुड़ी मेनु रांझे से फकीर कर गई शामिल हैं। उन्होंने बॉलीवुड में भी अपनी गायकी का जादू बिखेरा है। उन्होंने कच्चे धागे, बिच्छू, जोड़ी नंबर 1, नायक, ब्लैक एंड व्हाइट, पटियाला हाउस, मौसम और सोनू के टीटू की स्वीटी जैसी फिल्मों के लिए गाने गाए हैं।
रेशम कौर के निधन पर कई राजनीतिक और फिल्मी हस्तियों ने शोक व्यक्त किया है। परिवार के करीबी और प्रशंसक हंसराज हंस के घर पहुंचकर संवेदना प्रकट कर रहे हैं।