नई दिल्ली : पापुआ न्यू गिनी के न्यू आयरलैंड क्षेत्र में शनिवार सुबह समुद्र के भीतर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) के अनुसार, रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.2 मापी गई। इसका केंद्र कोकोपो से 115 किलोमीटर दूर समुद्र में 72 किलोमीटर की गहराई पर था।
समुद्र में डोली धरती, लेकिन बड़ा खतरा नहीं
भूकंप का प्रभाव व्यापक नहीं रहा और किसी बड़े नुकसान की पुष्टि नहीं हुई है। स्थानीय निवासियों ने बताया कि झटका करीब एक मिनट तक महसूस हुआ, लेकिन जान-माल की क्षति की खबर नहीं है। कोकोपो बीच बंगला रिजॉर्ट की रिसेप्शनिस्ट इमॉन्क एबेलिस के अनुसार, “सब कुछ ठीक है, भूकंप महसूस हुआ लेकिन कोई नुकसान नहीं हुआ।”
5 अप्रैल को भी आया था तेज झटका
यह क्षेत्र लगातार भूकंपीय गतिविधियों से प्रभावित रहा है। 5 अप्रैल 2025 को भी न्यू ब्रिटेन तट के पास 6.9 तीव्रता का भूकंप आया था। उस समय समुद्र में 10 किलोमीटर की गहराई पर आए झटकों से सुनामी का अलर्ट भी जारी किया गया था, जिसे बाद में रद्द कर दिया गया।
क्यों आते हैं इतने भूकंप?
पापुआ न्यू गिनी ‘रिंग ऑफ फायर’ नामक क्षेत्र में स्थित है, जो पृथ्वी की सबसे सक्रिय टेक्टोनिक प्लेट्स वाला इलाका है। यह रिंग जापान, इंडोनेशिया और अमेरिका के पश्चिमी तटों तक फैली है। यहां भूकंप और ज्वालामुखी विस्फोट आम घटनाएं हैं।
हालांकि, राहत की बात यह है कि पापुआ न्यू गिनी के अधिकांश इलाके कम जनसंख्या वाले हैं, जिससे नुकसान की आशंका कम रहती है। फिर भी, भूस्खलन जैसी घटनाएं भूकंप के बाद गंभीर समस्या बन सकती हैं।
दिल्ली से दूरी और संवेदनशीलता
पापुआ न्यू गिनी की राजधानी पोर्ट मोरेस्बी नई दिल्ली से लगभग 13,862 किलोमीटर दूर स्थित है। भूकंप का केंद्र समुद्र में होने के कारण इसका सीधा प्रभाव भारत या दक्षिण एशिया पर नहीं पड़ा है।