सीतामढ़ी : बिहार के सीएम नीतीश कुमार आज अपनी प्रगति यात्रा के तहत शिवहर और सीतामढ़ी जिलों का दौरा करेंगे। इस दौरान, वह चार साल से बंद पड़ी रीगा चीनी मिल का उद्घाटन करेंगे। यह मिल सीतामढ़ी के रीगा क्षेत्र में स्थित है, और इसके चालू होने से स्थानीय किसानों और व्यापारियों को बड़ी राहत मिलेगी। मुख्यमंत्री के साथ केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी, राज्य के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा भी इस अवसर पर मौजूद रहेंगे।
नई तकनीक और विस्तार के साथ मिल का पुनः उद्घाटन
पुतुर देव राजुलू, जो मिल के मुख्य महाप्रबंधक हैं, ने जानकारी दी कि मिल के संचालन में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। इसके तहत मिल की पेराई क्षमता को 5000 टीसीडी (टन प्रति दिन) से बढ़ाकर 10,000 टीसीडी किया जाएगा। इसके अलावा, डिस्टिलरी क्षमता को भी बढ़ाकर 545 केएलपीडी (किलो लीटर प्रति दिन) किया जाएगा। बिजली उत्पादन क्षमता 11 मेगावाट से बढ़ाकर 50 मेगावाट तक होगी। इसके साथ ही, प्रेस्डमड से 20 टीडीपी (टन प्रति दिन) सीबीजी (कम्प्रेस्ड बायो गैस) प्लांट भी स्थापित किए जाएंगे, जिससे पर्यावरण पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
नई दिशा में किसानों की मदद
मुख्य महाप्रबंधक पुतुर देव राजुलू ने यह भी बताया कि मिल के चालू होने से आसपास के गन्ना किसानों को गन्ने के नए प्रभेद के बीज उपलब्ध कराए जाएंगे, जिससे उनकी खेती और उत्पादन में सुधार होगा। इसके अलावा, किसानों को नई तकनीकी जानकारी भी प्रदान की जाएगी ताकि वे अपने कृषि कार्यों को और बेहतर तरीके से चला सकें।
मिल में काम करने वाले मजदूरों के लिए भी अच्छी खबर है। राजुलू ने बताया कि जो मजदूर पहले मिल में काम करते थे, उनकी सेवाओं का सम्मान किया जाएगा। सभी कामगार स्थानीय होंगे, और किसी को भी काम से वंचित नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि उनके कर्नाटका स्थित मिल में 30 प्रतिशत मजदूर बिहार के ही हैं, जो मिलों के संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
मिल के मालिक मरूगेश आर. निरानी की पहल
रीगा चीनी मिल के नए मालिक, मरूगेश आर. निरानी ने पहले ही घोषणा की थी कि मिल को चालू किया जाएगा और यह वादा उन्होंने समय पर पूरा किया। निरानी, जो मेसर्स निरानी सुगर, बंगलोर के चेयरमैन हैं, 25 वर्षों से चीनी मिल के कारोबार में सक्रिय हैं। वे खुद किसान परिवार से आते हैं और किसानों की समस्याओं को भली-भांति समझते हैं। उनका कहना है कि वे राजनीति से दूर रहकर किसानों के हित में काम करेंगे और क्षेत्र के लोगों को अधिक से अधिक रोजगार उपलब्ध कराएंगे। निरानी ने यह भी कहा कि मिल के चालू होने से क्षेत्र के किसानों को लाभ मिलेगा, और उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
हर सप्ताह गन्ना भुगतान की गारंटी
पहले मिल के पुराने मालिकों द्वारा किसानों को समय पर गन्ना भुगतान नहीं किया जाता था, जिससे किसानों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ा। लेकिन अब नया मिल मालिक किसानों को हर सप्ताह गन्ना आपूर्ति के एवज में भुगतान करने का वादा कर रहा है। यह कदम किसानों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। इसके अलावा, मिल की बिजली उत्पादन क्षमता को बढ़ाकर 20 मेगावाट करने की योजना भी है, जिससे राज्य को अतिरिक्त बिजली आपूर्ति होगी।
40,000 लोगों को मिलेगा लाभ
पिछले चार वर्षों से मिल बंद रहने के कारण 40,000 गन्ना किसानों, छोटे और बड़े व्यापारियों, कामगारों, दुकानदारों और वाहन कारोबारियों सहित 5 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए थे। अब मिल के फिर से चालू होने से इन सभी को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लाभ होगा, और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। क्षेत्र के लोग फिर से खुशहाल होंगे और पुराने अच्छे दिन वापस आएंगे।
रीगा चीनी मिल का उद्घाटन केवल मिल के लिए नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए एक नए अध्याय की शुरुआत है। इसके पुनः चालू होने से स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और लाखों लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। किसानों को बेहतर बीज और तकनीकी जानकारी मिलगी, साथ ही मिल मालिक निरानी की पहल से उनकी समस्याओं का समाधान होगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी की उपस्थिति इस उद्घाटन समारोह को और भी ऐतिहासिक बना देती है।