रांची : शुक्रवार को झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी ने पदभार संभालने के साथ सभी विभागों के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। जिसमें उन्होंने कहा कि हम कैसे स्वास्थ्य व्यवस्था में बदलाव कर सकते है। उन्होंने कहा कि राज्य में कितने मेडिकल कालेज, कितने नर्सिंग कालेज की जरूरत है। इसका प्लान बनाने की जरूरत है। साथ ही उन्होंने कहा कि झारखंड में पहले से ही रिम्स पार्ट 1 चल रहा है। हमलोगों ने रिम्स पार्ट 2 बनाने की योजना बनाई है। ये सीएम हेमंत सोरेन का ड्रीम प्रोजेक्ट है। जिसके लिए एक हजार करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि राज्य में स्थिति ऐसी है कि प्राइवेट हॉस्पिटल मरीजों का इलाज नहीं कर पा रहे है। सदर हॉस्पिटलों की स्थिति भी खराब है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग में बड़े पैमाने पर बदलाव किया जाएगा। झारखंड को हम रोल मॉडल बनाएंगे जिससे कि दूसरे राज्य हमसे प्रेरित होंगे। मुख्यमंत्री कायाकल्प योजना से हॉस्पिटलों की सूरत बदली जाएगी।
एंबुलेंस सर्विस होगी दुरुस्त
उन्होंने कहा कि 108 एंबुलेंस सेवा को दुरुस्त किया जाएगा। इसके अलावा बाइक एंबुलेंस भी शुरू की जाएगी। जिससे कि दूर दराज और संकरे रास्तों से भी मरीजों को इलाज के लिए लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि मोहल्ला क्लीनिक का नाम बदलेंगे। आम लोगों का इंश्योरेंस किया जाएगा। अगर कोई राज्य में मेडिकल कालेज खोलना चाहते है तो आए जमीन देंगे। सरकार उन्हें हर तरह से सहयोग करने को तैयार है। इसके बाद यहां के लोगों को इलाज के लिए बाहर जाने की जरूरत नहीं होगी। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जब लोगों का स्वास्थ्य ठीक हो जाएगा तो लोग अपना जीवनयापन अच्छे से कर सकेंगे।
प्राइवेट हॉस्पिटलों को दी चेतावनी
प्राइवेट हॉस्पिटलों को चेतावनी देते हुए कहा कि मरीज की मौत के बाद शव रोकने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसे लेकर जल्द ही आदेश जारी किया जाएगा। इसके अलावा राज्य में 1000 नए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनाए जाएंगे, जिससे स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार सुदूर इलाकों तक हो सकेगा। इसके अलावा 200 हॉस्पिटल मैनेजर की नियुक्ति की जाएगी। राज्य के सभी सदर अस्पतालों को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा। हर जिले में मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर, एमआरआई और सीटी स्कैन जल्द स्थापित की जाएंगी।
शाम को भी चलेगी हॉस्पिटलों में ओपीडी
सभी अस्पतालों में शाम की ओपीडी सेवा शुरू की जाएगी। वहीं सरकारी हॉस्पिटलों में प्राइवेट डॉक्टरों को भी नियुक्त किया जाएगा ताकि डॉक्टरों की कमी न हो। उन्होंने कहा कि जामताड़ा में मेडिकल कॉलेज के निर्माण के लिए रास्ता साफ हो चुका है। डॉ इरफान अंसारी ने अपने संकल्प को दोहराया कि स्वास्थ्य विभाग को कागजों से निकालकर वास्तविकता में लाना उनका उद्देश्य है। उन्होंने सभी अधिकारियों को ईमानदारी और निष्ठा के साथ काम करने की सलाह दी।
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