RANCHI (JHARKHAND): झारखंड प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष पद के चुनाव में उस वक्त नाटकीय मोड़ आ गया, जब नामांकन पत्रों की जांच (स्क्रूटनी) के दौरान दो प्रमुख उम्मीदवारों के नामांकन रद्द कर दिए गए। इसके साथ ही विधायक संजय सिंह यादव के एक बार फिर राजद प्रदेश अध्यक्ष बनने का रास्ता साफ हो गया है।
स्क्रूटनी में विवाद के बाद हंगामा
राज्य निर्वाचन पदाधिकारी गिरधारी गोप ने बताया कि स्क्रूटनी के दौरान पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अभय कुमार सिंह और प्रदेश उपाध्यक्ष सदाकत हुसैन अंसारी के नामांकन प्रस्तावक हस्ताक्षर के अभाव में रद्द कर दिए गए। उनके अनुसार, प्रस्तावक के रूप में राज्य परिषद सदस्य का होना अनिवार्य है, जिसकी पूर्ति नहीं की गई थी। लेकिन इस फैसले पर विवाद खड़ा हो गया। नामांकन रद्द किए जाने के बाद अभय सिंह और उनके समर्थकों ने विरोध जताया। इस दौरान पार्टी कार्यालय में काफी देर तक हंगामा होता रहा, जिसके चलते पुलिस को भी बुलाना पड़ा।
अभय सिंह ने लगाया मनमानी का आरोप
अभय सिंह ने कहा कि राज्य परिषद सदस्य का प्रस्तावक बनना चुनावी नियम में अनिवार्य नहीं है। ये पूरी तरह से एकपक्षीय फैसला है और इसमें नियमों की मनमानी व्याख्या की गई है। उन्होंने और सदाकत हुसैन अंसारी दोनों ने इस निर्णय के खिलाफ पार्टी आलाकमान से शिकायत करने की बात कही है।
निर्विरोध अध्यक्ष बनना तय
राजद झारखंड प्रदेश अध्यक्ष चुनाव के लिए तीन उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया था। अब सिर्फ संजय सिंह यादव का नामांकन ही वैध पाया गया है। ऐसे में उनका दूसरी बार निर्विरोध अध्यक्ष बनना तय माना जा रहा है। सूत्रों के अनुसार, पार्टी की ओर से 19 जून को औपचारिक घोषणा की जाएगी।