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राजद नेता कैलाश यादव का पीएम मोदी पर तंज, “लालू यादव हैं नरेंद्र मोदी से अधिक लोकप्रिय”

राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव आज भी देश के सबसे लोकप्रिय नेता हैं, और उनकी सामाजिक न्याय की नीति ने देश के दलित, पिछड़े, आदिवासी और कमजोर वर्गों को अधिकार और सम्मान दिलाया।

by Reeta Rai Sagar
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रांची : झारखंड में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी बयानबाजी तेज हो गई है। प्रदेश राजद चुनाव अभियान समिति के प्रभारी कैलाश यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने दावा किया कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव आज भी देश के सबसे लोकप्रिय नेता हैं, और उनकी सामाजिक न्याय की नीति ने देश के दलित, पिछड़े, आदिवासी और कमजोर वर्गों को अधिकार और सम्मान दिलाया।


यादव ने भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व, विशेषकर प्रधानमंत्री मोदी, को निशाने पर लेते हुए कहा कि मोदी की साख और विश्वसनीयता तेजी से गिर रही है, क्योंकि जो बड़े-बड़े वादे उन्होंने किए थे, वे अब तक सिर्फ हवा में ही लटके हैं। उनका कहना था कि पीएम मोदी के वादे चुनावी समय में आकर्षक जरूर थे, लेकिन धरातल पर उनका कोई असर नहीं पड़ा।

झारखंड में बीजेपी का शासन और महागठबंधन का विकास

कैलाश यादव ने राज्य की राजनीति पर भी गंभीर सवाल उठाए। उनका कहना था कि झारखंड में भाजपा और उसकी सहयोगी आझसू-जनता दल (यू) ने पिछले 17 सालों में राज्य के विकास की कोई ठोस योजना नहीं बनाई। उन्होंने यह आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं ने राज्य के खनिज संसाधनों पर अपनी नज़रें गड़ाकर सिर्फ अपने निजी हितों को साधने का काम किया।

इसके विपरीत, यादव ने महागठबंधन की सरकार की सराहना करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में राज्य सरकार जनता की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है। उन्होंने दावा किया कि राज्य में महागठबंधन सरकार ने जनकल्याण के मुद्दों पर फोकस किया है और चहुमुखी विकास की दिशा में ठोस कदम उठाए हैं।

किसानों और युवाओं के मुद्दे पर कैलाश यादव का हमला

कैलाश यादव ने भाजपा सरकार की नीतियों पर आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी ने जो बड़े-बड़े वादे किए थे, वे अब तक पूरे नहीं हो सके। उन्होंने कहा कि मोदी ने किसानों की आय दोगुना करने, न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी और 2 करोड़ नौकरियां देने के जो वादे किए थे, वे केवल जुमले साबित हुए हैं। इसके अलावा, बेरोजगारी, महंगाई और महिला सुरक्षा जैसे गंभीर मुद्दों पर मोदी सरकार का रवैया ढुलमुल रहा है।

कैलाश यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा राज्य में निजी कंपनियों और पूंजीपतियों के इशारे पर काम कर रही है, जबकि राज्य के आम लोगों की समस्याओं को नजरअंदाज किया जा रहा है। उनके मुताबिक, भाजपा का ध्यान राज्य के विकास से कहीं ज्यादा पूंजीपतियों के फायदे पर है।

भाजपा के नेतृत्व वाली राजनीति की असफलता

राजद नेता ने भाजपा के राज्य स्तर पर नेताओं की असफलता की ओर भी इशारा किया। उनका कहना था कि अब राज्य में भाजपा के प्रदेश स्तरीय नेता अपने प्रभाव में असमर्थ हो चुके हैं और पार्टी ने बाहर से नेताओं को आयात करना शुरू कर दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य की जनता भाजपा के तुष्टिकरण और ध्रुवीकरण की राजनीति को नकार चुकी है और अब महागठबंधन की तरफ देख रही है।

राजद का दावा, महागठबंधन लाएगा बदलाव की लहर

कैलाश यादव ने यह भी कहा कि महागठबंधन की सरकार फिर से सत्ता में आएगी, और राज्य में एक नई बदलाव की लहर देखने को मिलेगी। उन्होंने दावा किया कि राजद के कई प्रभावशाली नेता चुनाव प्रचार में पूरी तरह से जुटे हुए हैं, और पार्टी का सामाजिक समीकरण अब इंडिया गठबंधन के पक्ष में मजबूत होता जा रहा है। यादव ने यह भी बताया कि भाजपा के बड़े नेता राज्य में चुनावी प्रचार के लिए आ रहे हैं, लेकिन अब जनता का मूड बदल चुका है। उनके मुताबिक, भाजपा के चुनाव प्रचार की कोई भी रणनीति अब जनता को प्रभावित नहीं कर सकती, क्योंकि राज्य में महागठबंधन के प्रति समर्थन लगातार बढ़ रहा है।

झारखंड चुनाव में महागठबंधन की ताकत

राजद नेता कैलाश यादव के बयान ने झारखंड में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पंक्ति को और गरमा दिया है। उनका यह दावा कि लालू यादव मोदी से कहीं अधिक लोकप्रिय हैं और महागठबंधन आने वाले चुनावों में ऐतिहासिक जीत दर्ज करेगा, एक स्पष्ट संकेत है कि राज्य में विपक्षी गठबंधन पूरी ताकत के साथ चुनावी रण में उतर चुका है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा इस चुनौती का कैसे सामना करती है, और राज्य के मतदाता इस बार किसके पक्ष में मतदान करते हैं।

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