पटना : दिवाली से पूरा देश जगमगा रहा है। वहीं लोग अलग -अलग स्टाइल में पूजा करते भी नजर आ रहे हैं। बिहार के वैशाली में दिवाली के अवसर पर राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) समर्थक ने अनोखी पूजा की। दरअसल, जिले के भगवानपुर प्रखंड में आरजेडी के नेता केदार प्रसाद यादव ने दिवाली की शाम उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की पूजा और आरती उतारी। उन्हें जल्द से जल्द मुख्यमंत्री बनाने की प्रार्थना की। यह नजारा एनएच-22 चौक था। आरती के साथ ही जय तेजस्वी बाबू के नारे भी लगाए गए। इस संबंध में आरजेडी नेता केदार यादव ने बताया कि लक्ष्मी और गणेश की पूजा की। और यह कामना की है कि हमारे तेजस्वी यादव को बिहार का मुख्यमंत्री बना दें, क्योंकि सिर्फ वही गरीबों का भला कर सकते हैं। वह युवा दिल के धड़कन है।
अनोखे अंदाज में उतारी आरती
खास बात कि केदार प्रसाद यादव घोड़े पर सवार होकर तेजस्वी प्रसाद यादव चौक पर अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ पहुंचे थे। इस दौरान राजद नेता ने माता लक्ष्मी और गणेश भगवान से तेजस्वी के मुख्यमंत्री बनने की कामना की। केदार प्रसाद यादव ने कहा कि तेजस्वी बाबू बिहार के मुख्यमंत्री बने और बिहार को आगे बढ़ाएं यही भगवान से कामना करते हैं। राष्ट्रीय जनता दल के नेता और तेजस्वी यादव के समर्थक केदार यादव ने डिप्टी सीएम की फोटो लगाकर, उसके आसपास 1008 दीये और मोमबत्तियां भी जलाईं। इसके बाद घोड़े पर सवार होकर तेजस्वी यादव चौक के साइन बोर्ड पर लगी फोटो की आरती उतारी। घोड़े पर चढ़कर आरती उतारने का यह अंदाज काफी निराला था। इसके बाद घोड़े पर चढ़कर ही तेजस्वी यादव के साथ-साथ लक्ष्मी-गणेश की भी पूजा की।
तेजस्वी यादव को कहा भगवान
उन्होंने कहा कि तेजस्वी गरीबों के भगवान हैं। युवाओं की धड़कन हैं। बेरोजगारों को रोजगार देने वाले हैं। नौजवानों की शान हैं। इसलिए आज तेजस्वी चौक पर घोड़े पर चढ़कर परिक्रमा करके माता लक्ष्मी की पूजा किया हूं। 1008 दीया जलाकर तेजस्वी बाबू को आरती उतारी है। बिहार के अगला मुख्यमंत्री बनें जय तेजस्वी जय बिहार। पूजा अर्चना करने वालों में मोहम्मद अरशद, मोहम्मद मुन्ना, मोहम्मद शमशेर, मनोज दास, सुजीत कुमार राय, उमेश कुमार प्रधान, अरविंद राय, अजय राय, देव नारायण राय अशोक राय, बॉबी कुमार राय, वीरेंद्र सिंह धीरेंद्र सिंह सहित कई लोग शामिल थे।
तेजस्वी यादव चौक दिया गया नाम
मालूम हो कि एनएच-22 के किनारे जिस स्थान पर तेजस्वी यादव की पूजा और आरती उतारी गई उसे स्थान को तेजस्वी यादव चौक नाम दिया गया है। केदार यादव ने तेजस्वी यादव को भगवान कहकर भी संबोधित करते रहे।