नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस ने अवैध बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं के खिलाफ अपनी मुहिम को तेज कर दिया है। हाल ही में दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और दिल्ली पुलिस कमिश्नर के बीच एक अहम बैठक हुई थी, जिसमें दिल्ली की सुरक्षा और अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी और रोहिंग्या नागरिकों का मुद्दा प्रमुख था। इस बैठक के बाद पुलिस ने इन घुसपैठियों के खिलाफ कार्रवाई को और तेज किया है।
24 में 4 महिलाएं और 2 बच्चे भी
दिल्ली पुलिस की कार्रवाई में अब तक कुल 24 बांग्लादेशी और रोहिंग्या नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें 4 महिलाएं और 2 बच्चे भी शामिल हैं। दक्षिण-पूर्वी जिले की पुलिस ने 11 बांग्लादेशी और रोहिंग्याओं को गिरफ्तार किया, जबकि दक्षिण जिले की पुलिस ने 13 अन्य को पकड़ा। गिरफ्तार किए गए लोग मुख्यतः सफाई और कूड़ा बीनने जैसे कामों में लगे हुए थे।
दिल्ली में लंबे समय से रह रहे थे आरोपी
साउथ रेंज के ज्वाइंट सीपी संजय कुमार जैन ने बुधवार को एक प्रेस वार्ता में बताया कि ये गिरफ्तार लोग पिछले कई सालों से दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे थे। पुलिस इनकी जांच कर रही है कि ये लोग भारत में किस रास्ते से आए थे और दिल्ली में कैसे पहुंचे। इसके अलावा, दोनों जिलों में करीब 6000 लोगों के दस्तावेजों की जांच की गई, जिनमें से इन 24 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
दिल्ली पुलिस का उद्देश्य
दिल्ली पुलिस के डीसीपी रवि कुमार सिंह ने बताया कि इस मुहिम का मुख्य उद्देश्य अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों और रोहिंग्याओं की पहचान करना और उन्हें देश से बाहर भेजना है। उन्होंने इसे दिल्ली सरकार और दिल्ली पुलिस की ओर से एक बड़ी पहल बताया है, जो नागरिकों की सुरक्षा के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।