नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट में एक बड़ा बदलाव हो सकता है, जब से भारत के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने रोहित शर्मा के टेस्ट क्रिकेट से बाहर होने के सवाल पर संदेह जताया है। गुरुवार को सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (SCG) में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पांचवें और अंतिम टेस्ट के लिए प्लेइंग इलेवन में रोहित को शामिल करने के सवाल पर गंभीर ने सीधे जवाब देने से बचते हुए कहा, “हम पिच को देखने के बाद प्लेइंग इलेवन पर फैसला करेंगे।” यह जवाब भारतीय क्रिकेट फैंस के लिए हैरान करने वाला था, क्योंकि अगर रोहित इस टेस्ट मैच से बाहर होते हैं, तो वह खराब फॉर्म के कारण टीम से बाहर किए जाने वाले पहले भारतीय कप्तान बन सकते हैं।
कप्तान के लिए प्रदर्शन सबसे अहम
गंभीर ने यह स्पष्ट किया कि भारतीय टीम में किसी खिलाड़ी को उसके प्रदर्शन के आधार पर ही जगह मिलती है। उन्होंने कहा, “जब तक ड्रेसिंग रूम में ईमानदार लोग हैं, तब तक भारतीय क्रिकेट का बदलाव सुरक्षित हाथों में है। उस ड्रेसिंग रूम में बने रहने का एकमात्र मापदंड प्रदर्शन है।” इस बयान से यह साफ हो गया कि भारतीय क्रिकेट में कप्तान या खिलाड़ी का स्थान सिर्फ अच्छे प्रदर्शन से ही तय होता है, और किसी खिलाड़ी का प्रदर्शन खराब होने पर उसे बाहर करना एक सामान्य प्रक्रिया है।
2024 में रोहित शर्मा का खराब प्रदर्शन
2024 में रोहित शर्मा का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा है। 26 पारियों में केवल 24.76 की औसत से उन्होंने केवल 619 रन बनाए हैं। खासकर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 के मौजूदा सीजन में उनकी स्थिति और भी खराब रही है। तीन टेस्ट मैचों की पांच पारियों में उनका औसत केवल 6.20 रहा और उन्होंने सिर्फ 31 रन ही बनाए। यह किसी भी मेहमान कप्तान के लिए अब तक का सबसे खराब प्रदर्शन है। ऐसे में यह सवाल उठ रहा है कि क्या रोहित शर्मा को टेस्ट टीम से बाहर किया जाएगा।
प्रैक्टिस सत्र में रोहित का अनुपस्थित रहना
गुरुवार को भारत के अभ्यास सत्र के दौरान एक और चौंकाने वाली बात सामने आई, जब रोहित शर्मा स्लिप कॉर्डन में अनुपस्थित थे। इससे यह संकेत मिला कि भारतीय टीम तीसरे नंबर पर शुभमन गिल को फिर से ला सकती है। इसके अलावा, यह देखा गया कि रोहित शर्मा नेट्स में सबसे आखिरी में पहुंचे, जो उनकी फॉर्म और फिटनेस पर सवाल खड़े करता है।
रोहित शर्मा की उम्र और आने वाला टेस्ट सीरीज
रोहित शर्मा की उम्र भी उनके खेल पर असर डाल सकती है। वह इस समय 37 वर्ष के हैं और जुलाई में इंग्लैंड में भारत की अगली टेस्ट सीरीज से पहले उनका 38वां जन्मदिन आ जाएगा। इस उम्र में उनके लिए लगातार अच्छा प्रदर्शन करना और अपनी जगह बनाए रखना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
सिडनी टेस्ट: भारत के लिए करो या मरो
भारत के लिए सिडनी टेस्ट बेहद महत्वपूर्ण है। यदि भारत को बॉर्डर-गावस्कर सीरीज जीतनी है, तो उन्हें यह टेस्ट मैच जीतना होगा। इसके अलावा, भारत को यह भी चाहिए कि श्रीलंका अपनी घरेलू टेस्ट सीरीज में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार न जाए, ताकि भारत को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में खेलने का मौका मिले। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सिडनी टेस्ट एक निर्णायक मुकाबला साबित हो सकता है, और टीम इंडिया के लिए यह एक “करो या मरो” जैसा होगा।
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