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महिलाओं पर अत्याचार मामलों में कानून व दंडात्मक कार्रवाई का पुनर्मूल्यांकन हो : RSS

by Rakesh Pandey
RSS Co-ordination Meeting
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नयी दिल्ली : RSS Co-ordination Meeting :  कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में एक ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या की घटना ने पूरे देश में गुस्से की लहर पैदा कर दी है। इस जघन्य अपराध की राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने कड़ी निंदा की है और इसे “अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण” बताया है। संघ की समन्वय बैठक में यह मांग उठी कि महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों के मामलों में त्वरित न्याय सुनिश्चित करने के लिए कानूनों और दंडात्मक कार्रवाइयों का पुनर्मूल्यांकन किया जाना चाहिए।

आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने कहा कि इस घटना ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है। उन्होंने बताया कि बैठक में कोलकाता की इस दिल दहला देने वाली घटना पर विस्तार से चर्चा की गई। आंबेकर ने इसे “बहुत ही दुखद घटना” बताते हुए कहा कि समाज में इस तरह की घटनाओं में लगातार हो रही वृद्धि बेहद चिंताजनक है। बैठक में सरकार की जिम्मेदारी, कानूनी ढांचे और दंडात्मक प्रक्रियाओं की समीक्षा भी की गई।

उन्होंने यह भी कहा कि पीड़ितों को न्याय दिलाने की प्रक्रिया में तेजी लाने की आवश्यकता है। आंबेकर ने कहा कि इस तरह के मामलों में न्यायिक प्रक्रियाओं को पुनः आकलन करना चाहिए ताकि त्वरित और प्रभावी तरीके से न्याय सुनिश्चित किया जा सके। 9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या की घटना घटी थी, जिसके सिलसिले में एक नागरिक स्वयंसेवक को गिरफ्तार किया गया है।

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