नई दिल्ली : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण बयान दिया, जिसमें उन्होंने मथुरा और काशी से जुड़े विवादों पर संघ की स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने कहा कि संघ का इन दोनों स्थानों के बारे में कोई विशेष प्लान नहीं है, लेकिन अगर संघ के कार्यकर्ता व्यक्तिगत रूप से इन विवादों पर आंदोलन करना चाहते हैं तो उन्हें रोकने का संघ का कोई इरादा नहीं है।
होसबोले ने यह भी स्पष्ट किया कि अगर संघ के सदस्य कृष्ण जन्मभूमि और काशी विश्वनाथ-ज्ञानवापी मसले पर कुछ पहल करना चाहते हैं, तो संगठन को कोई आपत्ति नहीं है। हालांकि, उन्होंने यह चेतावनी भी दी कि बड़े पैमाने पर मस्जिदों को निशाना बनाकर कोई भी आंदोलन नहीं किया जाना चाहिए, क्योंकि इससे समाज में कलह और तनाव बढ़ सकता है।
राम जन्मभूमि आंदोलन पर दी राय
RSS सरकार्यवाह ने इस मुद्दे पर अपना विचार व्यक्त करते हुए कहा कि राम जन्मभूमि आंदोलन संघ द्वारा शुरू नहीं किया गया था। यह आंदोलन कई साधु-संतों और मठाधीशों द्वारा शुरू किया गया था, जिन्होंने बाद में संघ से समर्थन मांगा। उन्होंने यह भी कहा कि अगर कुछ संघ कार्यकर्ता मथुरा और काशी से संबंधित आंदोलनों में शामिल होते हैं, तो संघ उन्हें इसमें कोई रोक-टोक नहीं करेगा।
हालांकि, उन्होंने सवाल किया कि क्या हमें सभी मस्जिदों और अन्य ऐतिहासिक संरचनाओं के खिलाफ आंदोलन शुरू कर देना चाहिए? क्या इससे समाज में और अधिक शत्रुता और तनाव पैदा नहीं होगा? होसबोले ने कहा, “हम क्या सामाजिक के तौर पर आगे बढ़ने की कोशिश करेंगे, या फिर हम हमेशा अतीत के विवादों में फंसे रहेंगे?”
समाज के सामने अन्य महत्वपूर्ण मुद्दे
होसबोले ने आगे कहा कि आज हमारे समाज के सामने कई अन्य ज्वलंत मुद्दे हैं, जैसे धर्मांतरण, गोहत्या, और लव जिहाद, जिनपर संघ हमेशा से सक्रिय रहा है। उनका यह मानना है कि इन मुद्दों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता और संघ इन पर काम करने के लिए प्रतिबद्ध है।
कांग्रेस और बीजेपी की प्रतिक्रियाएं
होसबोले के इस बयान पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने कहा कि “यह वही लोग हैं जो राम मंदिर के बाद 400 सीटों का दावा कर रहे थे, लेकिन आए केवल 240। जब ये बार-बार मंदिर-मस्जिद का मुद्दा उठाते हैं, तो यही परिणाम होता है।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी और RSS देश को बांटना चाहते हैं।
वहीं, BJP सांसद रविशकिशन ने होसबोले के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि यह अच्छी बात है कि संघ मथुरा और काशी में अपनी सक्रियता दिखाने का विचार कर रहा है। उन्होंने कहा, “संघ हमेशा सनातन धर्म की सेवा में लगा रहता है, और आगे भी ऐसा होता रहेगा।”
नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद की प्रतिक्रिया
नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि जब मथुरा और काशी विवादित हैं, तो क्या बीजेपी और RSS को कानून और कोर्ट पर विश्वास नहीं है? उन्होंने कहा, “अगर कोर्ट का आदेश आए तो सभी को उसका सम्मान करना चाहिए। विवादित बयानों से ये लोग देश को क्यों बांटना चाहते हैं?”