- घर में छापेमारी के दौरान मिले थे 11.42 लाख रुपये
रांची : झारखंड सरकार ने रिश्वत लेने के आरोप में सदर सीओ मुंशी राम को सस्पेंड कर दिया है। एसीबी ने 2 जनवरी को मुंशी राम को 37 हजार घूस लेते गिरफ्तार किया था। इधर, बड़गाईं सीओ शिवशंकर पांडेय को सदर सीओ का प्रभार दिया गया है। सदर अंचल में कोई काम न रुके इसके लिए रांची डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने शिवश्ंकर पांडेय को सदर सीओ का प्रभार दिया है। साथ ही सीओ आॅफिस आने वाले किसी भी व्यक्ति को कोई परेशानी न हो, इसे ध्यान में रखने का निर्देश दिया है। वहीं डीसी ने कहा है कि दाखिल-खारिज, सर्टिफिकेट व अन्य आॅनलाइन कार्य में कोई लोगों को किसी दिक्कत का सामना न करना पड़े।

जमीन का सीमांकरण कराने के लिए मांगे थे पैसे
सदर अंचल का प्रभार रांची डीसी ने बड़गाईं सीओ को सौंप दिया है। चूकिं, तत्कालिन सदर सीओ मुंशी राम को एसीबी ने गिरफ्तार कर लिया था। अब राज्य सरकार ने उन्हें सस्पेंड कर दिया है। मुंशी राम पर जमीन का सीमांकरण कराने के लिए रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था। इसकी शिकायत एसीबी से की गई थी। एसीबी ने मामले का सत्यापन किया, जो सही पाया गया था। इसके बाद एसीबी ने कार्रवाई करते हुए तत्कालीन सदर सीओ मुंशी राम को 37 हजार घूस लेते अरेस्ट कर लिया था।
छापेमारी में मिले थे 11.42 लाख
मुंशी राम को गिरफ्तार करने के बाद जांच टीम उन्हें एसीबी कार्यालय ले गई थी। यहां पूछताछ के बाद एसीबी की टीम ने मुशी राम के घर पर छापा मारा था। छापेमारी में उनके घर से एसीबी की टीम ने 11.42 लाख रुपये कैश बरामद किया था। इस कार्रवाई के कुछ देर के बाद राज्य के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने एसीबी आॅफिस में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरे मामला का खुलासा किया था।
भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए चल रहा डंडा
एसीबी की भ्रष्टाचार के खिलाफ जारी सख्त कार्रवाई का यह गिरफ्तारी एक हिस्सा है। एसीबी राज्य में सरकारी अधिकारियों द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए कार्रवाई कर रही है। यह मामला इस बात को उजागर करता है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ एसीबी की कार्यवाही दिन-प्रतिदिन कड़ी होती जा रही ह। भ्रष्ट अधिकारियों को गिरफ्तार करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है।
सीएम ने डीजीपी को दिया है आदेश
बीते 23 दिसंबर 2024 को सीएम हेमंत सोरेन ने आला अधिकारियों के साथ हाईलेवल मीटिंग की थी। इस दौरान सीएम ने कहा था कि भ्रष्टाचार के खिलाफ राज्य सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति है। सीएम ने डीजीपी अनुराग गुप्ता को सीओ आॅफिस में हो रहे भ्रष्टाचार से मिली शिकायत को गंभीरता से लेते हुए कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। हेमंत ने कहा था कि आम लोगों को काई समस्या न हो, कोई भी भ्रष्टाचारी बचना नहीं चाहिए। साथ ही डीजीपी को यह भी निर्देश दिया था कि एसीबी उड़नदस्ते का गठन करें। लगातार प्रखंड व सीओ आॅफिस का औचक निरक्षण करें।
Read Also- PATNA ENCOUNTER : पुलिस एनकाउंटर में दो डकैत ढेर, ASI घायल