रांची : वर्ल्ड टीबी डे 24 मार्च को मनाया जाएगा। इससे पहले स्वास्थ्य विभाग ने टीबी से लड़ाई में अपनी तैयारियों को लेकर प्रेस कांफ्रेंस की। जिसमें सिविल सर्जन डॉ प्रभात कुमार ने बताया कि अब टीबी मरीजों की पहचान साई टीबी टेस्ट से की जाएगी। इससे पता लगाया जाएगा कि मरीज के शरीर में टीबी का बैक्ट्रीया है या नहीं। इसके बाद आगे की जांच कर इलाज शुरू कर दिया जाएगा। वहीं उस आधार पर ट्रीटमेंट प्रीवेंट थेरेपी दी जाएगी। मौके पर डीटीओ डॉ एस बास्के भी मौजूद थे।
पिछले साल मिले थे 7689 मरीज
इस वर्ष वर्ल्ड टीबी डे का थीम है यस आई,वी कैन एंड टीबी: कमिट, इंवेस्ट, डिलीवर। साथ ही बताया गया एंड टीबी प्रोग्राम के तहत इस बीमारी को जड़ से खत्म करने को लेकर हर तरह के उपाय किए जा रहे है। वहीं एक्टिव केस फाइंडिंग के तहत इस साल 1386 नए मरीजों को चिन्हित किया गया है। जबकि 2025 के लिए रांची जिले को 8138 मरीजों को चिन्हित कर इलाज करने का लक्ष्य रखा गया है। इससे पहले 2024 में रांची जिले में 7700 मरीजों को चिन्हित करने का लक्ष्य था। जिसमें 7689 मरीजों की पहचान कर समय पर जांच, इलाज और दवा प्रदान की गई। इस दौरान एमडीआर टीबी के 74 मरीज मिले है। जिनका इलाज जारी है।
436,425 लोगों की हुई स्क्रीनिंग
टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत जिले में एक्टिव केस ढूंढने का कार्य चल रहा है। जिसमें स्वास्थ्य कर्मी घर-घर जाकर संभावित टीबी मरीजों की पहचान कर रहे हैं। अब तक 436,425 लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है, जिसमें 525 संभावित टीबी मरीजों की पहचान की गई है। अधिकारियों ने बताया कि रांची में 2024 में 22,568 लोगों को बीसीजी की वैक्सीन लगाई गई। साथ ही उनका फॉलो-अप जारी है। इसके अलावा, आने वाले महीनों में साई टीबी टेस्ट की शुरुआत की जाएगी। जिसमें 240 वायल का आवंटन रांची जिले को दिया गया है। साथ ही बताया गया कि 310 निक्षय मित्र अब तक बन चुके हैं, जो हर महीने 2103 टीबी मरीजों को फूड बास्केट दिया गया हैं। जो मरीजों को तेजी से रिकवर होने में मददगार साबित हो रही है। यहीं वजह है 2024 में 13 पंचायतों को टीबी मुक्त पंचायत घोषित किया गया।
निकाली जाएगी प्रभात फेरी
टीबी के प्रति जागरूक करने को लेकर विशेष कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। जिसमें आमजन में जनजागरूकता फैलाने के उद्देश्य से 24 मार्च को प्रभात फेरी का आयोजन किया जाएगा। प्रभात फेरी सिविल सर्जन कार्यालय से सुबह 8 बजे शुरू होगी और सदर अस्पताल परिसर होते हुए सर्जना चौक तक जाएगी और फिर वापस सदर अस्पताल लौटेगी। इस कार्यक्रम में टीबी के कर्मी, चिकित्सा पदाधिकारी और एएनएम शामिल होंगे। वहीं टीबी उन्मूलन के लिए काम करने वाले कर्मी भी सरकार से उम्मीद लगाए बैठे है कि उनके हित में भी कुछ फैसले लिए जाएंगे।