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SAIL के बोर्ड में प्रनॉय रॉय की नियुक्ति, सार्वजनिक क्षेत्र में नेतृत्व सुदृढ़ करने की दिशा में अहम कदम

SAIL: स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL) को मिला नया स्वतंत्र निदेशक.

by Reeta Rai Sagar
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नई दिल्ली: स्टील मंत्रालय के अधीन भारत की प्रमुख सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL) ने प्रनॉय रॉय को अपने बोर्ड में स्वतंत्र निदेशक के रूप में नियुक्त किया है। यह नियुक्ति 8 जुलाई 2025 को औपचारिक रूप से प्रभावी हुई, जिसे केंद्र सरकार द्वारा 3 जुलाई 2025 को नामांकित किया गया था।

प्रनॉय रॉय को तीन वर्षों की अवधि या अगले आदेश तक, जो भी पहले हो, के लिए नियुक्त किया गया है।


BSE और NSE को दी गई नियामकीय जानकारी

SAIL ने बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) को सौंपी गई आधिकारिक फाइलिंग में पुष्टि की कि प्रनॉय रॉय की नियुक्ति SEBI के सभी दिशा-निर्देशों के अनुरूप है और उन पर किसी भी प्रकार का अयोग्यता का प्रावधान लागू नहीं है। यह नियुक्ति SEBI की लिस्टिंग दायित्व और प्रकटीकरण आवश्यकताओं (LODR) के विनियमन 30 के तहत की गई है।

सरकार के सार्वजनिक उपक्रमों में नेतृत्व और पारदर्शिता को सुदृढ़ करने के प्रयासों के तहत यह एक रणनीतिक नियुक्ति मानी जा रही है।


कौन हैं प्रनॉय रॉय: कानूनी रणनीतिकार और सामाजिक कार्यकर्ता

54 वर्षीय प्रनॉय रॉय को कानून और कर सलाहकार के क्षेत्र में 25 वर्षों से अधिक का अनुभव है। वह कॉर्पोरेट कानून, एनजीओ अनुपालन, FCRA नियम, CSR नीतियों और इनकम टैक्स मामलों में विशेषज्ञ माने जाते हैं। उन्होंने B.Com और LLB की डिग्री हासिल की है और देशभर के कई कॉर्पोरेट और गैर-लाभकारी संगठनों को परामर्श प्रदान किया है।

FCRA रजिस्ट्रेशन, CSR क्रियान्वयन और आयकर जांच जैसे विषयों में उनकी सलाह कई संस्थाओं के लिए मार्गदर्शक रही है।


सामाजिक क्षेत्र में भी योगदान

प्रनॉय रॉय का योगदान केवल पेशेवर सीमाओं तक नहीं है। उन्होंने कानूनी साक्षरता, सामुदायिक विकास और जमीनी स्तर पर क्षमता निर्माण जैसे क्षेत्रों में भी सराहनीय कार्य किया है। उनकी ईमानदारी, रणनीतिक सोच और सक्रिय नेतृत्व शैली ने उन्हें कॉर्पोरेट और सामाजिक दोनों क्षेत्रों में एक भरोसेमंद नाम बना दिया है।


क्यों है यह नियुक्ति महत्वपूर्ण?

इस समय जब सार्वजनिक उपक्रमों में कॉर्पोरेट गवर्नेंस, अनुपालन और पारदर्शिता को लेकर जागरूकता बढ़ रही है, SAIL में रॉय की नियुक्ति बेहद प्रासंगिक है। एक ‘महानविता’ दर्जा प्राप्त कंपनी के रूप में SAIL देश की आधारभूत संरचना और स्टील उद्योग में प्रमुख भूमिका निभा रही है।

प्रनॉय रॉय की नियुक्ति से बोर्ड को कानूनी अनुपालन, CSR और नियामकीय निष्ठा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में मजबूत मार्गदर्शन मिलने की संभावना है।


SAIL: एक नजर में

SAIL (Steel Authority of India Limited) भारत सरकार के अधीन एक सार्वजनिक क्षेत्र की इस्पात निर्माण कंपनी है, जिसका मुख्यालय नई दिल्ली में है। यह देश की सबसे बड़ी स्टील उत्पादक कंपनी है, जिसे ‘महानविता’ का दर्जा प्राप्त है।

SAIL के अंतर्गत भिलाई, राउरकेला, दुर्गापुर, बोकारो और बर्नपुर जैसे शहरों में कई एकीकृत और विशेष इस्पात संयंत्र संचालित होते हैं। इसकी वार्षिक उत्पादन क्षमता 18.29 मिलियन मीट्रिक टन है।
यह नियुक्ति SAIL की बोर्ड संरचना में अनुभव, विशेषज्ञता और उत्तरदायित्व का नया आयाम जोड़ती है, जो भविष्य में कंपनी के लिए रणनीतिक दिशा तय करने में सहायक सिद्ध हो सकती है।

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