सेंट्रल डेस्क : मध्य इस्राइल में गुरुवार को तीन खड़ी बसों में सिलसिलेवार बम विस्फोट हुए, जिसके पीछे चरमपंथी संगठनों का हाथ होने का संदेह जताया जा रहा है। हालांकि, इन विस्फोटों में कोई हताहत नहीं हुआ है। इस हमले के बाद स्थानीय पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की ओर से मामले की गहन जांच की जा रही है।
विस्फोटों की घटनाएं और सुरक्षात्मक उपाय
इन विस्फोटों का समय अत्यधिक संवेदनशील था, क्योंकि इसी दिन युद्ध विराम समझौते के तहत, हमास ने गाजा से चार बंधकों के शव इस्राइल को सौंपे थे। विस्फोटों ने 2000 के दशक के फलस्तीनी विद्रोह के दौरान हुए हमलों की याद ताजा कर दी, जब इस प्रकार के हमले आम हुआ करते थे। पुलिस प्रवक्ता असी अहरोनी ने कहा कि इन घटनाओं के बाद दो अन्य बसों से विस्फोटक सामग्री बरामद की गई, जिन्हें निष्क्रिय करने के लिए बम निरोधक दस्ते ने कार्रवाई की। पुलिस के मुताबिक, इन विस्फोटकों में टाइमर लगे हुए थे और पांचों बम एक जैसे थे।
शहर के मेयर त्जिवका ब्रॉट ने इस घटना को चमत्कारी बताया, क्योंकि किसी भी व्यक्ति के घायल न होने की स्थिति में यह एक दुर्लभ घटना मानी जा रही है। उन्होंने बताया कि विस्फोटों के समय, बसें अपनी नियमित यात्रा पूरी करने के बाद खड़ी थीं, जिससे किसी भी प्रकार की जनहानि को टाला जा सका।
प्रधानमंत्री और सुरक्षा एजेंसियां मामले की जांच में जुटी
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने बयान जारी किया कि वह अपने सैन्य सचिव से ताजा जानकारी प्राप्त कर रहे हैं और पूरे घटनाक्रम पर निगरानी रखे हुए हैं। पुलिस और सुरक्षा बलों ने इस हमले की जांच के लिए ‘शिन बेट’ (इजरायली आंतरिक सुरक्षा एजेंसी) को शामिल किया है। पुलिस प्रवक्ता हैम सरग्रॉफ ने इस संबंध में कहा, ‘हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या एक ही संदिग्ध ने इन विस्फोटकों को रखा था या इसमें कई लोग शामिल थे’।
सरग्रॉफ ने यह भी बताया कि जो विस्फोटक इस्तेमाल किए गए थे, वे वेस्ट बैंक में सक्रिय चरमपंथियों द्वारा उपयोग किए गए विस्फोटकों से मिलते-जुलते थे, लेकिन उन्होंने इस संबंध में और जानकारी देने से इंकार कर दिया।
हमास की धमकी और जिम्मेदारी से इंकार
चर्चा इस बात पर भी है कि ‘कस्साम ब्रिगेड्स’ नामक एक संगठन ने टेलीग्राम पर एक संदेश भेजा, जिसमें उन्होंने धमकी दी कि जब तक इस्राइल का कब्जा फिलिस्तीनी भूमि पर रहेगा, तब तक वे अपने शहीदों का बदला लेते रहेंगे। हालांकि, इस समूह ने इन बस हमलों की जिम्मेदारी नहीं ली।
गाजा युद्ध और बंधकों का मामला
इस विस्फोट के साथ ही, इजरायल ने युद्धविराम समझौते के तहत हमास से चार मृत बंधकों के शव प्राप्त करने का दावा किया। हालांकि, इजरायली सेना ने शुक्रवार को बताया कि दो बच्चों के शवों की पहचान कर ली गई है, लेकिन हमास द्वारा सौंपे गए एक अन्य शव इन बच्चों की मां का नहीं था। इजरायल ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए इसे समझौते का उल्लंघन बताया और मांग की कि शिरी बिबास को उनके परिवार के पास वापस भेजा जाए।
संयुक्त राष्ट्र में इज़रायल के राजदूत डैनी डैनन ने कहा कि “हमास ने न केवल निर्दोष बच्चों की निर्मम हत्या की, बल्कि इसके बाद भी मानवीय मूल्यों का उल्लंघन किया। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र से इस घटना की कड़ी निंदा करने और बच्चों की मां को उनके परिवार के पास लौटाने की मांग की।
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