पटना : बिहार की राजधानी पटना में अपराधियों की गतिविधियां दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही हैं। हत्या, लूट, और गोलीबारी की घटनाएं अब आम बात हो गई हैं। एक और गोलीबारी की घटना सामने आई है। यह घटनाइस बार पटना जिले के धनरूआ क्षेत्र के चकजोहरा गांव में हुई। यहां दो गुटों के बीच वर्चस्व की लड़ाई के चलते दर्जनों राउंड फायरिंग की गई, जिससे इलाके में दहशत का माहौल बन गया।
फायरिंग से थर्राया इलाका, लोग घरों में दुबके
गोलीबारी के दौरान फायरिंग की आवाज से पूरा गांव थर्राया हुआ था। गोली की आवाज सुनते ही लोग इधर-उधर दौड़ने लगे। कई लोग घरों में छिप गए। हालांकि, इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन इस घटनाक्रम ने इलाके में एक बार फिर से अपराध और अपराधियों का डर बढ़ा दिया है। सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले ही दोनों गुटों के अपराधी वहां से फरार हो चुके थे।
दूसरी बार हुई गोलीबारी, गुटों के बीच लगातार टकराव
जानकारी के अनुसार, यह गोलीबारी दो गुटों के बीच वर्चस्व को लेकर हुई थी। यह पहली बार नहीं है जब इन गुटों के बीच गोलीबारी हुई। इससे पहले भी इस गांव में वर्चस्व की लड़ाई में ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं। इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्त से यह साफ संकेत मिलता है कि इलाके में अपराधी किस हद तक बेलगाम हो गए हैं। पुलिस ने घटनास्थल से एक बाइक और दो खोखे बरामद किए हैं, जिनसे अपराधियों के बारे में कुछ अहम जानकारी मिल सकती है।
कार्रवाई की तैयारी में पुलिस
धनरूआ थाना के थानाध्यक्ष शुभेन्द्र कुमार ने बताया कि पुलिस ने घटनास्थल से बाइक और खोखे बरामद किए हैं, जिनकी जांच की जा रही है। हालांकि अभी तक किसी भी गुट की ओर से इस मामले में लिखित शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। पुलिस ने स्वत: संज्ञान लेते हुए जांच शुरू कर दी है। थानाध्यक्ष ने यह भी बताया कि स्थानीय लोगों से पूछताछ की जा रही है, और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस ने बढ़ाई सक्रियता
शुभेन्द्र कुमार ने यह भी कहा कि जब तक दोनों गुटों में से कोई लिखित शिकायत नहीं करता, तब तक पुलिस अपनी जांच पर पूरी तरह से ध्यान केंद्रित करेगी। उनके अनुसार, पुलिस द्वारा सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है और मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अपराधियों में डर पैदा करने की जरूरत
यह घटना इस बात को साबित करती है कि बिहार में अपराधियों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की आवश्यकता है। वर्चस्व की लड़ाई में गोलीबारी जैसी घटनाएं आम होती जा रही हैं, जिससे समाज में असुरक्षा का माहौल पैदा हो रहा है। पुलिस को ऐसे मामलों में तत्काल और कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए ताकि अपराधियों में डर पैदा हो और भविष्य में इस तरह की घटनाएं घटित न हों।
अपराधियों का मनोबल इस तरह की घटनाओं से और बढ़ता जा रहा है। इसे रोकने के लिए पुलिस और प्रशासन को और अधिक सक्रिय होना होगा और सख्त कदम उठाने होंगे।