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Share Market की तेजी में निवेशकों की संपत्ति 2023 में 81.90 लाख करोड़ रुपये बढ़ी, जानें कैसा रहेगा यह साल?

by The Photon News Desk
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नयी दिल्ली। Share Market: शेयर बाजार के लिए 2023 एक यादगार वर्ष रहा। सकारात्मक कारकों के दम पर शेयर बाजार में शानदार तेजी रही और निवेशकों की संपत्ति इस साल 81.90 लाख करोड़ रुपये बढ़ गई। विशेषज्ञों का मानना है कि भारत की मजबूत व्यापक आर्थिक बुनियाद, तीन राज्यों में हाल ही में हुए चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जीत से राजनीतिक स्थिरता की उम्मीद, आशावादी कॉरपोरेट आय दृष्टिकोण, अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अगले साल दरों में तीन संभावित कटौती के संकेत और भारी खुदरा निवेशकों की भागीदारी ने 2023 में शेयर बाजार में तेजी लाने में अहम भूमिका निभाई।

इस साल 30 शेयरों वाले सूचकांक बीएसई सेंसेक्स ने 11,399.52 अंक यानी 18.73 प्रतिशत की बढ़त हासिल की। इस तेजी की वजह से बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण इस साल 81,90,598.32 करोड़ रुपये बढ़कर 3,64,28,846.25 करोड़ रुपये के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया। पिछले साल 2022 में निवेशकों की संपत्ति 16.38 लाख करोड़ रुपये से अधिक बढ़ी थी।

Share Market : खुदरा निवेशकों को हुआ तगड़ा मुनाफा

स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक सुनील न्याति ने कहा कि भारतीय बाजार ने लचीलेपन का प्रदर्शन किया और व्यापक उभरते बाजारों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वालों में से एक बनकर उभरा है। उन्होंने कहा कि 2023 न केवल भारतीय शेयर बाजार के लिए एक अच्छा साल रहा, बल्कि खुदरा निवेशकों को भी इस साल तगड़ा मुनाफा हुआ।

न्याति ने कहा कि खुदरा निवेशक अब गिरावट के दौरान घबराते नहीं हैं, वे आत्मविश्वास से अपने निवेश को बरकरार रख रहे हैं और भारत की आर्थिक उन्नति के साथ चलने को तैयार हैं। भारतीय बाजारों ने इस साल उस समय अपनी उपलब्धियों में और इजाफा किया जब बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों का संयुक्त बाजार मूल्यांकन इस साल 29 नवंबर को पहली बार 4,000 अरब डॉलर तक पहुंच गया।

Share Market : अभी तेजी रहेगी जारी, सोच समझकर करें निवेश

बीएसई पर सभी सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 24 मई, 2021 को 3,000 अरब डॉलर पर पहुंचने के बाद उसे 4,000 अरब डॉलर के आंकड़े तक पहुंचने में सिर्फ ढाई साल लगे। साल 2023 के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को सेंसेक्स में गिरावट आई क्योंकि निवेशकों ने हालिया तेज उछाल के बाद मुनाफावसूली को प्राथमिकता दी। सेंसेक्स 170.12 अंक गिरकर 72,240.26 पर बंद हुआ जबकि निफ्टी 47.30 अंक की गिरावट के साथ 21,731.40 पर बंद हुआ।

मोतीलाल ओसवाल ब्रोकिंग एंड डिस्ट्रीब्यूशन ने एक बयान में कहा कि राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनावों में भाजपा की जीत से 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर निवेशकों में राजनीतिक निरंतरता का विश्वास बढ़ा है। बयान में कहा कि यह भारत की वृहद तथा नीतिगत गति के लिए अच्छा संकेत है, जिसमें अन्य प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में सबसे अधिक वृद्धि हो रही है।

Share Market : क्या कहते हैं एक्सपर्ट, रखें इस पर नजर

बीएसई सेंसेक्स इस साल 20 मार्च को 52 सप्ताह के निचले स्तर 57,084.91 अंक पर पहुंचने के बाद 28 दिसंबर को 72,484.34 अंक के अपने सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया। इस वर्ष बीएसई सूचकांक ने आठ महीनों में लाभ दर्ज किया जबकि चार महीनों में गिरावट रही। बीएसई सूचकांक नवंबर में 4.87 प्रतिशत उछला, जबकि दिसंबर में आठ प्रतिशत की तेजी रही है।

बजाज आलियांज लाइफ इंश्योरेंस के मुख्य निवेश अधिकारी संपत रेड्डी ने कहा कि मजबूत सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि, मध्यम मुद्रास्फीति, स्थिर रुपये और भारत के मजबूत व्यापक आर्थिक बुनियादी सिद्धांतों ने इस लचीलेपन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वैश्विक स्थितियों में सुधार के साथ-साथ मुद्रास्फीति में नरमी, केंद्रीय बैंक द्वारा दरों में बढ़ोतरी पर रोक और आय में निरंतर वृद्धि के दम पर भारतीय सूचकांकों में तेजी आई।

व्यापक बाजार में तेजी ने भी समग्र आशावाद को बढ़ाया। इस साल बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक 13,746.97 अंक या 47.52 फीसदी उछला, जबकि मिडकैप इंडेक्स 11,524.72 अंक या 45.52 फीसदी चढ़ गया।

Share Market: दिग्गज कंपनियों ने किया शानदार प्रदर्शन

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा कि भारत में भारतीय अर्थव्यवस्था के मजबूत प्रदर्शन तथा अच्छी कॉर्पोरेट कमाई ने तेजी को बढ़ावा दिया। बाजार मूल्यांकन के लिहाज से शीर्ष पांच कंपनियों की बात करें तो रिलायंस इंडस्ट्रीज 17,48,827.92 करोड़ रुपये के साथ पहले नंबर पर है।

टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) 13,88,591.70 करोड़ रुपये के मूल्यांकन के साथ दूसरे, एचडीएफसी बैंक 12,97,972.04 करोड़ रुपये के साथ तीसरे, आईसीआईसीआई बैंक 6,98,965.47 करोड़ रुपये के साथ चौथे और इन्फोसिस 6,40,351.80 करोड़ रुपये के बाजार मूल्यांकन के साथ पांचवे नंबर पर है।

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