धनबाद : मधुबन क्षेत्र में हुई झड़प मामले में पुलिस को एक और बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने नामजद आरोपी शेख मोबिन को गिरफ्तार कर लिया है। उसके पास से पुलिस ने एक देसी पिस्टल और चार गोलियां बरामद की हैं। पुलिस शेख मुबीन की कई दिनों से तलाश कर रही थी।
शेख डब्लू गुट का सदस्य है शेख मोबीन
ट्रैफिक डीएसपी अरविंद कुमार सिंह ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी देते हुए बताया कि शेख मोबिन शेख डब्लू गुट का सदस्य है और वह झड़प के दौरान शामिल था। पुलिस ने अब तक इस मामले में 19 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। एसपी ने बताया कि मधुबन घटना में 70 से 80 नामजद आरोपियों और अन्य आरोपियों की तलाश जारी है, और पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। अब तक इस मामले में कुल 12 एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं।
नौ जनवरी को हुई थी घटना
मधुबन की घटना 9 जनवरी को हुई थी, जब वर्चस्व को लेकर बमबाजी, गोलीबारी, आगजनी और बाघमारा एसडीपीओ पर पथराव किया गया था। पुलिस इस मामले में आरोपी तत्वों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है।
मधुबन कांड को लोकसभा में उठाएंगे सीपी चौधरी
धनबाद के बाघमारा स्थित मधुबन थाना क्षेत्र के हिलटॉप आउटसोर्सिंग में हुई हिंसक झड़प मामले को लेकर गिरिडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी ने मंगलवार को धनबाद कलेक्ट्रेट में उपायुक्त से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए इस मामले में अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी और कहा कि वह इस मामले को लोकसभा में उठाएंगे।
बीसीसीएल की लापरवाही से हुई घटना
चंद्रप्रकाश चौधरी ने कहा कि हिलटॉप आउटसोर्सिंग की घटना बीसीसीएल एरिया 3 के प्रबंधन की लापरवाही का परिणाम है। उन्होंने आरोप लगाया कि यहां न केवल स्थानीय रैयतों की मांगों को नजरअंदाज किया गया, बल्कि फॉरेस्ट और अन्य जरूरी क्लियरेंस भी नहीं लिया गया और काम शुरू कर दिया गया, जिससे झड़प हुई। इस घटना में एसडीपीओ सहित कई लोग घायल हुए, साथ ही उनके कार्यालय को भी जला दिया गया था।
दो दिन पहले एरिया जीएम के साथ सांसद ने की थी मीटिंग
सांसद ने बताया कि घटना से दो दिन पहले ही उन्होंने एरिया जीएम के साथ स्थानीय रैयतों की समस्याओं को लेकर बैठक की थी और इसमें यह साफ तौर पर कहा गया था कि जब तक स्थानीय रैयतों की मांग पूरी नहीं होगी, तब तक काम शुरू नहीं किया जाएगा। लेकिन दो दिन बाद ही काम शुरू कर दिया गया, जिससे झड़प का माहौल बना।
अपराधी को कैसे दे दिया गया बीसीसीएल का ठेका
चौधरी ने यह भी सवाल उठाया कि जिस कारू यादव पर दर्जनों मामले दर्ज हैं, उसे बीसीसीएल और हिलटॉप आउटसोर्सिंग कंपनी ने कैसे ठेका दिया, यह एक जांच का मामला है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बीसीसीएल और प्रशासन के सहयोग से कारू यादव जैसे आपराधिक तत्वों ने क्षेत्र में दबदबा बना लिया है। पुलिस की छापामारी में भारी मात्रा में अवैध कोयला और हथियार बरामद किए गए थे।
घटना के दिन दिल्ली में थे सांसद
सीपी चौधरी ने यह भी स्पष्ट किया कि झड़प में उनका कोई हाथ नहीं था क्योंकि उस दौरान वह दिल्ली में रेलवे की मीटिंग में थे। हालांकि, इसके बावजूद उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया। उन्होंने इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की और कहा कि वह इसे संसद में भी उठाएंगे। गौरतलब है कि 9 जनवरी को हिलटॉप आउटसोर्सिंग में हिंसक झड़प हुई थी, जिसमें दर्जनों राउंड गोलीबारी और बमबारी की गई थी। इस घटना में एसडीपीओ पुरूषोतम सिंह सहित कई लोग घायल हुए थे।