मुंबईः महाराष्ट्र में मंत्रिमंडल बंटवारे को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। सरकार गठन के एक सप्ताह बाद भी मंत्रिमंडल विस्तार न होने पर विपक्ष की ओर से हमले किए जा रहे हैं। अब कैबिनेट विस्तार के बीच एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले शिवसेना नेता नरेंद्र भोंडेकर ने रविवार को पार्टी के उपनेता पद से इस्तीफा दे दिया। इस्तीफे के बाद मंत्री पदों को लेकर महायुति में नाराजगी खुलेतौर पर दिखाई देने लगी है।
गठबंधन से खुश नहीं
उधर, केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने भी विस्तार के फॉर्मूले पर नाराजगी जताते हुए कहा है कि जो वादा किया गया था, उस पर अमल नहीं किया जा रहा है। रविवार को महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की सरकार का पहला कैबिनेट विस्तार शुरू हुआ, जिसमें शिवसेना, एनसीपी और बीजेपी के विधायकों को विस्तार के लिए बुलाया गया। हालांकि, ऐसा लगता है कि विस्तार के फॉर्मूले पर हर कोई गठबंधन से खुश नहीं है।
वादा नहीं निभाया गया
सूत्रों ने बताया कि संभावित मंत्रियों की सूची में नाम शामिल नहीं किए जाने पर कुछ विधायकों ने नाराजगी जाहिर की है। शिवसेना नेता नरेंद्र भोंडेकर ने मंत्री पद नहीं मिलने के बाद उपनेता और विदर्भ समन्वयक पद से इस्तीफा दे दिया है। सूत्रों ने कहा कि उन्होंने यह दावा करते हुए इस्तीफा दे दिया कि उन्हें वादा किए जाने के बावजूद मंत्री पद नहीं दिया गया।
भंडारा-पौनी से तीन बार विधायक रहे भोंडेकर को सितंबर में भी इसी तरह की घटना का सामना करना पड़ा था, जहां उन्हें नागपुर में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के आवास में कथित तौर पर प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई थी। रामदास आठवले ने भी मंत्रिमंडल के विस्तार पर नाराजगी जताते हुए कहा है कि उनसे किए गए वादे पूरे नहीं किए गए। आठवले ने दावा किया कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उनसे मंत्री पद का वादा किया था, लेकिन वह इसे पूरा करने में विफल रहे।
बीजेपी-19, शिवसेना-11 और एनसीपी-9
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के मंत्रिमंडल में उदय सामंत ने मंत्री पद की शपथ ली। नागपुर में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में 39 मंत्रियों ने शपथ ली। विधानसभा चुनाव परिणाम आने के तीन सप्ताह बाद कैबिनेट विस्तार पूरा किया गया। बीजेपी के 19, शिवसेना के 11 और एनसीपी के 9 विधायकों को मंत्रिमंडल में स्थान दिया गया है। फडणवीस और उनके उपमुख्यमंत्रियों को मिलाकर कुल 42 मंत्रियों का यह मंत्रिमंडल तैयार हुआ है।
शिवसेना की ओर से ये नाम है शामिल
शिवसेना की ओर से शामिल मंत्रियों में शंभुराज देसाई, दादाजी भुसे, संजय राठौड़, उदय सामंत, गुलाबराव पाटिल और संजय शिरसाट जैसे नाम शामिल है।
हाईकमान से करेंगे बात
पीआरआई प्रमुख रामदास आठवले भी अपनी पार्टी के लिए मंत्री पद की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन उन्हें जगह नहीं मिली। जिस पर आठवले ने कहा कि वह इस मुद्दे पर अमित शाह और जेपी नड्डा से बात करेंगे। एनसीपी नेता छगन भुजबल को भी कैबिनेट में जगह नहीं मिली, शपथ ग्रहण समारोह से पहले पार्टी की बैठक में भी वो मौजूद नहीं थे।