संबल: महाशिवरात्रि के मद्देनजर, खग्गू सराय स्थित श्री कार्तिक महादेव मंदिर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। अधिकारियों ने बताया कि इस मंदिर को 46 सालों बाद फिर से खोला गया है। मंदिर में ‘कांवड़ियों’ (भगवान शिव के भक्तों) के भारी आवागमन की संभावना को देखते हुए पुलिस और प्रशासन ने सख्त सुरक्षा इंतजाम किए हैं।
सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरा
जिला मजिस्ट्रेट राजेंद्र पेंसिया ने कहा कि तीन प्रमुख स्थानों पर भारी भीड़ की संभावना है: खग्गू सराय का कार्तिक महादेव मंदिर, वेरानी शिव मंदिर और सादत बड़ी शिव मंदिर। सुरक्षा के लिहाज से निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और पुलिस द्वारा गश्त की जा रही है। इसके अलावा महाशिवरात्रि के दिन और अगले दिन सुबह मेडिकल टीमों को भी मंदिर परिसर में तैनात किया जाएगा। एक सामान्य नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है, जिससे श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की समस्या का समाधान किया जा सके।
डीएम ने कहा कि पुलिस टीमें कांवड़ियों को उनके प्रवेश से लेकर निकासी तक सुरक्षा प्रदान करेंगी, ताकि कानून-व्यवस्था बनाए रखी जा सके। सभी शिव मंदिरों में सीसीटीवी निगरानी होगी और भीड़ प्रबंधन के लिए पुलिस और प्रशासनिक टीमें तैनात की जाएंगी,” उन्होंने कहा।
1978 से बंद थे मंदिर
श्री कार्तिक महादेव मंदिर, जिसे भस्म शंकर मंदिर भी कहा जाता है, 13 दिसंबर को फिर से खोला गया था, जब अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने एक एंटी-एन्क्रोचमेंट ड्राइव के दौरान ढकी हुई संरचना का पता लगाया। मंदिर में भगवान हनुमान की मूर्ति और शिवलिंग थी। यह मंदिर 1978 से बंद पड़ी थी।
बता दें कि यह मंदिर खग्गू सराय क्षेत्र में स्थित है, जो समभल के शाही जामा मस्जिद से एक किलोमीटर से थोड़ी अधिक दूरी पर है। गौरतलब है कि 24 नवंबर को एक कोर्ट द्वारा मुग़ल-कालीन मस्जिद के सर्वे को लेकर विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क उठी थी। इस घटना में चार लोग मारे गए थे और कई लोग, जिनमें पुलिसकर्मी भी शामिल थे, घायल हो गए थे।