रांची : रांची स्थित डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय में एक गंभीर घटना सामने आई है। जूलॉजी विभाग की एक छात्रा ने पीएचडी स्कॉलर पर छेड़खानी का आरोप लगाया है। छात्रा ने दावा किया कि विभाग के इस पीएचडी स्कॉलर ने न केवल उसके साथ, बल्कि अन्य कई छात्राओं के साथ भी छेड़छाड़ की है। इस घटना के बाद विश्वविद्यालय परिसर में हलचल मच गई है, और छात्र संगठन इस पर सख्त प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
जल्द कार्रवाई की मांग
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन से जांच की मांग की है। संगठन ने विश्वविद्यालय प्रशासन से आग्रह किया है कि वह तीन दिनों के भीतर एक जांच कमेटी का गठन करें और इस मामले की निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से जांच कराए। एबीवीपी ने कहा कि यदि आरोप सही पाए जाते हैं, तो दोषी को कड़ी सजा दी जाए, ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सके।
पुलिस को सूचित करे विश्वविद्यालय
एबीवीपी ने आगे कहा कि यदि आरोपी पर लगाए गए आरोप सही साबित होते हैं, तो विश्वविद्यालय प्रशासन को पुलिस प्रशासन को सूचित करना चाहिए, ताकि कानून के तहत सख्त कार्रवाई की जा सके। एबीवीपी का मानना है कि इस प्रकार की घटनाओं को रोका जाना चाहिए, ताकि छात्राओं को सुरक्षित माहौल मिल सके और उन्हें पढ़ाई में कोई विघ्न न आए।
छात्रा का आरोप और विवि प्रशासन की प्रतिक्रिया
जूलॉजी विभाग की छात्रा ने आरोप लगाया है कि पीएचडी स्कॉलर न केवल उसे परेशान करता था, बल्कि अन्य छात्राओं के साथ भी ऐसी ही छेड़छाड़ की घटनाएं सामने आई हैं। इस मामले पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने फिलहाल चुप्पी साध रखी है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक विश्वविद्यालय की ओर से मामले की जांच शुरू कर दी गई है।