नासिक : भारत के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक सिंहस्थ कुंभ मेला 2027 का आगाज 31 अक्टूबर 2027 से नासिक के त्र्यंबकेश्वर, रामकुंड और पंचवटी में भव्य ध्वजारोहण के साथ होगा। यह ऐतिहासिक मेला 24 जुलाई 2028 तक चलेगा।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने 13 प्रमुख अखाड़ों और पुरोहित संघ के पदाधिकारियों के साथ बैठक के बाद मेले की तारीखों की घोषणा की। कुंभ मेला हर 12 वर्ष में एक बार आयोजित होता है और यह भारत की धार्मिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत का प्रतीक है।
सिंहस्थ कुंभ 2027 की मुख्य तिथियां
तिथि | आयोजन |
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31 अक्टूबर 2027 | कुंभ मेला का शुभारंभ, ध्वजारोहण |
29 जुलाई 2027 | नगर प्रदक्षिणा |
2 अगस्त 2027 | पहला अमृत स्नान |
31 अगस्त 2027 | दूसरा अमृत स्नान |
11 सितंबर 2027 | तीसरा स्नान (नासिक) |
12 सितंबर 2027 | तीसरा स्नान (त्र्यंबकेश्वर) |
24 जुलाई 2028 | कुंभ मेला का समापन, ध्वजवंदन |
₹4000 करोड़ की लागत से होंगे विकास कार्य | |
मुख्यमंत्री फडणवीस ने बताया कि राज्य सरकार 4,000 करोड़ रुपये की लागत से कुंभ मेले की तैयारियों में जुटी है। इन परियोजनाओं में निम्नलिखित कार्य शामिल हैं:
- गोदावरी नदी की सफाई
- सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP) की स्थापना
- साधुग्राम के लिए भूमि अधिग्रहण
- अस्थायी आधारभूत संरचना का निर्माण
- डिजिटल ट्रैफिक मैनेजमेंट और स्मार्ट सुरक्षा उपाय
इसके अलावा, जल्द ही 2,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त परियोजनाओं के लिए भी निविदाएं जारी की जाएंगी। सरकार का लक्ष्य है कि श्रद्धालुओं को सुविधाजनक, सुरक्षित और स्वच्छ वातावरण प्रदान किया जा सके।
संरक्षक मंत्री को लेकर अब भी सस्पेंस बरकरार
हालांकि मेला प्रशासनिक रूप से सुचारू रूप से आगे बढ़ रहा है, लेकिन जिला संरक्षक मंत्री की नियुक्ति को लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है। फडणवीस ने कहा कि इस विषय पर महायुति गठबंधन के भीतर संवाद जारी है, लेकिन इससे कुंभ की तैयारी पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ा है।
गिरीश महाजन, दादा भुसे, छगन भुजबल और नरहरि जिरवाल जैसे नेता तैयारी की निगरानी में जुटे हैं।
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