Home » Palamu Snakebite Deaths : एक साथ कई को डस रहे सांप! झारखंड के पलामू में 6 मौतें, जानिए कैसे बढ़ रही घटनाएं

Palamu Snakebite Deaths : एक साथ कई को डस रहे सांप! झारखंड के पलामू में 6 मौतें, जानिए कैसे बढ़ रही घटनाएं

by Rakesh Pandey
snakebite deaths Palamu,
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Follow Now

पलामू : झारखंड के पलामू जिले में सर्पदंश की घटनाओं में तेजी से वृद्धि देखी जा रही है। बीते 15 दिनों में सांप के डसने से छह लोगों की मौत हो चुकी है। चौंकाने वाली बात यह है कि सांप एक साथ दो या दो से अधिक लोगों को निशाना बना रहे हैं, जिससे कई परिवार उजड़ रहे हैं।

बरसात में बढ़ रहीं सर्पदंश की घटनाएं

मानसून के आगमन के साथ ही सर्पदंश की घटनाएं बढ़ जाती हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, पिछले पांच वर्षों में यह देखा गया है कि एक ही परिवार के कई सदस्यों को सांप ने एक साथ डसा है। आंकड़े बताते हैं कि पलामू में हर वर्ष 15 से अधिक लोगों की मौत सांप के काटने से होती है। वर्ष 2022-23 से ऐसी घटनाओं में स्पष्ट रूप से वृद्धि दर्ज की गई है।

Palamu Snakebite Deaths : केस स्टडी 01 : एक ही परिवार के तीन सदस्य बने शिकार

चैनपुर थाना क्षेत्र के पथरा गांव में गुरुवार रात सांप ने तीन लोगों को डसा। पीड़ितों में डालटनगंज विधायक आलोक चौरसिया के रिश्तेदार शामिल थे। इस दर्दनाक घटना में दो भाइयों की मौत हो गई, जबकि उनके पिता की हालत गंभीर बनी हुई है।

केस स्टडी 02 : पति-पत्नी पर हमला, महिला की मौत

चैनपुर क्षेत्र में ही एक अन्य घटना में गुरुवार को एक सांप ने पति-पत्नी को निशाना बनाया। इस सर्पदंश में महिला की मौके पर ही मौत हो गई।

केस स्टडी 03 : तीन बच्चों की एक साथ मौत

गढ़वा जिले के चिनिया क्षेत्र में सितंबर 2024 में तीन बच्चों को सांप ने डस लिया था। सभी बच्चे घर में सो रहे थे। झाड़-फूंक के सहारे इलाज करने की कोशिश की गई, लेकिन तीनों की मौत हो गई।

Palamu Snakebite Deaths : विशेषज्ञ की चेतावनी : सांप एक साथ कई लोगों को क्यों डसते हैं?

सर्प रेस्क्यू विशेषज्ञ मनीष बख्सी के अनुसार, जब सांप को खतरा महसूस होता है, तब वह एक साथ कई लोगों को डस सकता है। यह स्थिति अक्सर तब उत्पन्न होती है जब लोग गहरी नींद में होते हैं और सांप के संपर्क में आ जाते हैं। करैत, रसल वाइपर और नाग जैसी प्रजातियां एक साथ कई लोगों को डस सकती हैं।

उन्होंने बताया कि करैत के डसने पर पीड़ित को चींटी काटने जैसा हल्का दर्द महसूस होता है, जिससे लोग गंभीरता नहीं समझते और नींद में ही मौत हो जाती है। पलामू में 95% सर्पदंश से हुई मौतें रसल वाइपर के कारण होती हैं।

सर्पदंश के बाद पहला 20 मिनट अत्यंत महत्वपूर्ण

विशेषज्ञों के अनुसार, सर्पदंश के बाद शुरुआती 20 मिनट सबसे अहम होते हैं। इस समय रक्त के नमूने पर डॉक्टर नजर रखते हैं कि वह जम रहा है या नहीं। यदि ब्लड क्लॉट नहीं हो रहा, तो यह स्पष्ट होता है कि पीड़ित को विषैले सांप ने डसा है।
पलामू में चार प्रकार के विषैले सांप पाए जाते हैं और उनके लिए चार अलग-अलग एंटी वेनम उपलब्ध हैं। इन सभी को मिलाकर एक ही डोज के रूप में मरीज को दिया जाता है। जिले में करीब 3000 एंटी वेनम की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में सात जुलाई तक 1100 डोज स्टॉक में थे।

सर्पदंश से मौत पर चार लाख रुपये मुआवजे का प्रावधान

पलामू जिला आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार, वर्ष 2024 में सर्पदंश से हुई मौत के मामलों में छह लोगों को मुआवजा दिया गया, जबकि मौत का आंकड़ा 17 तक पहुंच गया था। वर्ष 2025 में अब तक आधा दर्जन से अधिक मौतें हो चुकी हैं, लेकिन किसी ने मुआवजे के लिए आवेदन नहीं किया है। जिला आपदा प्रबंधन पदाधिकारी जयराम सिंह यादव ने बताया कि मृतक के पोस्टमार्टम और संबंधित अंचल कार्यालय के माध्यम से आवेदन मिलने पर चार लाख रुपये का मुआवजा दिया जाता है।

Read Also- Godda News : गोड्डा में सांप के डसने से दो मासूमों की मौत, सांसद निशिकांत दुबे ने की आर्थिक मदद

Related Articles

Leave a Comment