एंटरटेनमेंट डेस्क : 31 साल तक बैन रही 1993 की जापानी-भारतीय एनिमेशन फिल्म ‘रामायण: द लीजेंड ऑफ प्रिंस रामा’ की स्पेशल स्क्रीनिंग 15 फरवरी को संसद भवन में आयोजित की जाएगी। फिल्म डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी गीक पिक्चर्स ने रविवार को यह जानकारी देते हुए बताया इस अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला सहित संसद सदस्य और सांस्कृतिक क्षेत्रों से जुड़े विशिष्ट अतिथि शामिल होंगे।
गीक पिक्चर्स के को-फाउंडर अर्जुन अग्रवाल ने बताया कि यह स्क्रीनिंग केवल एक फिल्म की प्रस्तुति नहीं है, बल्कि यह हमारे देश की समृद्ध विरासत और रामायण की प्रेरणादायक कहानी से जुड़ा हुआ एक महत्वपूर्ण कदम है।
इन कलाकारों ने दी है आवाज
इस एनिमेटेड फिल्म के हिंदी संस्करण में अरुण गोविल ने राम, नम्रता साहनी ने सीता, और दिवंगत अमरीश पुरी ने रावण की आवाज दी थी। फिल्म का निर्देशन युगो साको, राम मोहन और कोइची सासाकी ने किया है। इसे हिंदी, तमिल, तेलुगू और अंग्रेजी में डब कर के 24 जनवरी को भारत में रिलीज किया गया।
2000 के दशक में टीवी पर बटोरी थी लोकप्रियता
यह फिल्म 1993 में इंडियन इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (IFFI) में प्रदर्शित की गई थी, लेकिन सिनेमाघरों में रिलीज नहीं हुई थी। 2000 के दशक में टीवी पर प्रसारित होने के बाद यह भारतीय दर्शकों के बीच खासी लोकप्रिय हो गई।
31 साल बैन रही थी फिल्म
नब्बे के दशक में बनी एनिमेटेड फिल्म ‘रामायण: द लीजेंड ऑफ प्रिंस राम’ पूरे 31 साल बाद सिनेमाघरों में पिछले साल 18 अक्टूबर को रिलीज की गई थी। 1992 के बाबरी मस्जिद दंगों के बाद इसे बैन कर दिया गया था। जापानी क्रिएशन में हिंदू देवताओं के एनिमेटेड वर्जन से लोगों को आपत्ति हुई थी।