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RANCHI HEALTH NEWS: सदर हॉस्पिटल में बनाई गई स्पेशल टीम, मशीन से लेकर मैनपावर तक की बनाई जा रही रिपोर्ट

by Vivek Sharma
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रांची: शहर के दूसरे सबसे बड़े सरकारी अस्पतालों में शुमार सदर को अब हाईटेक सुविधाओं से लैस किया जा रहा है। मरीजों को बेहतर इलाज और आधुनिक व्यवस्थाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से प्रबंधन ने कमर कस ली है। इसके लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया है, जो अस्पताल की व्यवस्थाओं की निगरानी करेगी और उन्हें बेहतर बनाने के लिए रिपोर्ट तैयार करेगी। इतना ही तत्काल सुविधाओं को दुरुस्त किया जाएगा। 

5 लोग की स्पेशल टीम 

अस्पताल प्रशासन की ओर से बनाई गई इस विशेष टीम में दो डॉक्टरों, एक फ्लोर मैनेजर सहित कुल पांच सदस्य शामिल हैं। यह टीम अस्पताल के विभिन्न विभागों का नियमित रूप से निरीक्षण कर रही है और सभी जरूरी संसाधनों की सूची तैयार कर रही है। इसमें मशीनों की स्थिति, जरूरी मेडिकल इक्विपमेंट, स्टाफ की उपलब्धता, साफ-सफाई, सुरक्षा व्यवस्था, दवाओं की उपलब्धता आदि का समावेश किया जा रहा है।

रिपोर्ट पर तत्काल कार्रवाई

टीम की रिपोर्ट के आधार पर प्रबंधन द्वारा त्वरित कदम उठाए जा रहे हैं। अस्पताल में आधुनिक उपकरणों की खरीदी प्रक्रिया तेज कर दी गई है, साथ ही पुराने और खराब हो चुके उपकरणों की मरम्मत या प्रतिस्थापन भी कराया जा रहा है। मरीजों को समय पर जांच की सुविधा देने के लिए लैब और एक्स-रे विभाग को भी आधुनिक बनाया जा रहा है। इसके अलावा बंद पड़ी मशीन को चालू कराने, मैनपावर बढ़ाने पर प्रशासन गंभीर है। 

फ्लोर मैनेजर संभाल रहे मोर्चा

सिर्फ मशीनों ही नहीं, अस्पताल में मैनपावर को भी मजबूत किया जा रहा है। नर्सिंग स्टाफ की संख्या बढ़ाने की योजना है, वहीं तकनीकी स्टाफ को प्रशिक्षित किया जा रहा है ताकि वे नई तकनीकों के साथ सहजता से काम कर सकें। अस्पताल के अंदर फ्लोर मैनेजर की तैनाती से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि मरीजों को समय पर बेड, दवा और अन्य सुविधाएं उपलब्ध हों।

मरीजों को हाई क्लास सुविधा

प्रबंधन का कहना है कि 665 बेड वाले इस अस्पताल में प्रतिदिन हजारों मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं। ऐसे में व्यवस्थाओं को दुरुस्त और अपडेट करना अत्यंत आवश्यक है। स्पेशल टीम द्वारा तैयार की जा रही रिपोर्ट को समीक्षा बैठक में रखा जा रहा है और उसी के अनुरूप सुधारात्मक कदम उठाए जा रहे हैं।इसके अलावा डिजिटल व्यवस्था को भी प्राथमिकता दी जा रही है। मरीजों का रजिस्ट्रेशन अब डिजिटल मोड में किया जा रहा है, ताकि उन्हें लंबी लाइन में खड़ा न होना पड़े।

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