रांची: सदर हॉस्पिटल में सिविल सर्जन के निर्देश पर लेप्रोस्कोपिक सर्जरी विभाग के अंतर्गत एक प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य सरकारी चिकित्सकों को महिला बंध्याकरण के लिए लेप्रोस्कोपिक विधि के माध्यम से प्रशिक्षण देना था। कार्यशाला में एडवांस्ड लेप्रोस्कोपिक सर्जन डॉ अजीत कुमार ने महिला एवं प्रसूति रोग विभाग की डॉ बंदिता सिंह, डॉ इंदु तथा पैरामेडिकल स्टाफ को लेप्रोस्कोपी की बारीक जानकारी दी और हैंड्स ऑन ट्रेनिंग प्रदान की।
दूरबीन विधि से सर्जरी
कार्यशाला में कुल 10 लाभार्थी शामिल हुए, जिनमें से 5 महिलाएं सर्जरी के लिए उपयुक्त पाई गईं। इन सभी की सफलतापूर्वक दूरबीन विधि से बंध्याकरण सर्जरी की गई। सर्जरी के पश्चात मरीजों को निगरानी में रखने के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई। डॉ अजीत कुमार ने बताया कि लेप्रोस्कोपिक बंध्याकरण की विशेषता यह है कि यह विधि छोटे चीरे द्वारा बहुत ही सुरक्षित ढंग से की जाती है, जिससे मरीज अगले ही दिन सामान्य जीवनचर्या में लौट सकती हैं।
हर हफ्ते दिया जाएगा प्रशिक्षण
सदर अस्पताल में अब इस प्रकार की प्रशिक्षण कार्यशाला हर सप्ताह आयोजित की जाएगी, जिसमें विशेष रूप से महिला चिकित्सकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। कार्यशाला में निश्चेतक डॉ चंदन कुमार झा, सिस्टर स्नेहलता, सरिता, नंदिनी सृष्टि, ब्रदर नीरज, माधव, PSI के संतोष और समस्त OT स्टाफ का सराहनीय योगदान रहा।