मुंबई: भारतीय शेयर बाजार में मंगलवार को गिरावट का माहौल देखने को मिला, जिससे निवेशकों में निराशा का माहौल था। बीएसई (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) पर सेंसेक्स 96 अंकों की गिरावट के साथ 72,989.93 पर बंद हुआ, वहीं एनएसई (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) पर निफ्टी भी 22,082.65 पर 0.17 फीसदी की गिरावट के साथ समाप्त हुआ।
बाजार में गिरावट के मुख्य कारण
आज के कारोबार में निफ्टी और सेंसेक्स में गिरावट का मुख्य कारण रिलायंस इंडस्ट्रीज और आईटी शेयरों में आई कमजोरी थी। इसके अलावा, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा अपने प्रस्तावित टैरिफ योजना को लेकर दी गई पुष्टि ने एशियाई बाजारों में और भी गिरावट पैदा कर दी। इस कारण भारतीय शेयर बाजार में भी दबाव देखने को मिला। इन सबका मिलाजुला असर था कि सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में गिरावट दर्ज की गई।
निफ्टी पर टॉप गेनर्स और टॉप लूजर्स
निफ्टी पर भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, एसबीआई, बीपीसीएल, कोल इंडिया और टीसीएस के शेयर टॉप गेनर्स में शामिल रहे। इन शेयरों में आज मजबूती रही और इनकी कीमतों में वृद्धि देखी गई। वहीं, बजाज ऑटो, हीरो मोटोकॉर्प, बजाज फिनसर्व, नेस्ले और एचसीएल टेक्नोलॉजीज के शेयर टॉप लूजर्स की लिस्ट में रहे, जिनकी कीमतों में गिरावट आई।
सेक्टरों का प्रदर्शन
विभिन्न सेक्टरों में भी मिला-जुला असर रहा। ऑटो, आईटी, रियल्टी, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और टेलीकॉम सेक्टर में 0.5-1 फीसदी की गिरावट देखने को मिली, जबकि बैंक, कैपिटल गुड्स, ऑयल एंड गैस, मीडिया और पीएसयू बैंकों के शेयरों में 0.5-1.5 फीसदी की तेजी रही।
बीएसई मिडकैप इंडेक्स में 0.4 फीसदी की गिरावट और स्मॉलकैप इंडेक्स में 0.6 फीसदी की तेजी आई, जिससे यह संकेत मिलता है कि छोटे और मंझले कंपनियों के शेयरों में कुछ सकारात्मक रुझान रहा, जबकि बड़े कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई।
भारतीय रुपया में मामूली सुधार
मंगलवार को भारतीय रुपया 9 पैसे बढ़कर 87.27 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। सोमवार को रुपया 87.36 प्रति डॉलर के मुकाबले बंद हुआ था। हालांकि, यह वृद्धि बहुत मामूली थी, फिर भी रुपए के सुधार ने भारतीय बाजारों में कुछ उत्साह बढ़ाया।
ओपनिंग का बाजार
कारोबारी सप्ताह के दूसरे दिन शेयर बाजार की शुरुआत भी गिरावट के साथ हुई। बीएसई पर सेंसेक्स 268 अंकों की गिरावट के साथ 72,817.34 पर खुला, वहीं एनएसई पर निफ्टी 0.55 फीसदी की गिरावट के साथ 21,997.35 पर खुला। यह शुरुआती गिरावट निवेशकों के लिए चिंता का विषय बनी रही।
समग्र तस्वीर
इस गिरावट के बावजूद, बाजार में कुछ सेक्टरों में वृद्धि भी देखने को मिली, जिनमें बैंकिंग और PSU क्षेत्र शामिल रहे। हालांकि, निवेशकों के लिए यह दिन मिश्रित परिणाम लेकर आया। फिलहाल, बाजार में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी हुई है, और यह इस बात पर निर्भर करेगा कि आने वाले दिनों में बाजार की दिशा किस ओर जाती है।
भारतीय बाजारों में इस समय अमेरिका के व्यापारिक फैसलों, वैश्विक आर्थिक स्थिति और अन्य आर्थिक कारकों के प्रभाव के कारण थोड़ा दबाव है। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे सतर्क रहें और अपने निवेश की रणनीति को समझदारी से लागू करें।