दरभंगा : बिहार के दरभंगा जिले के कुशेश्वरस्थान थाना क्षेत्र के केवटगामा पंचायत के पछियारी गांव में 30 मार्च को एक गंभीर घटना सामने आई, जब चैत्र नवरात्रि के मौके पर श्रद्धालुओं पर पथराव किया गया। यह घटना उस समय हुई जब श्रद्धालु दुर्गा मंदिर में कलश स्थापना के बाद कलश शोभायात्रा से लौट रहे थे। पथराव से इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया, जिसके बाद पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित किया। इस घटना से संबंधित वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
होली से ही चल रहा था विवाद
घटना के बारे में पंचायत के पूर्व मुखिया आलोक कुमार ने जानकारी दी कि यह विवाद होली के दिन से शुरू हुआ था। होली के दिन विशेष समुदाय के कुछ लोगों द्वारा युवाओं पर हमला किया गया था, जिसमें पांच से छह लोग घायल हुए थे। इस हमले के बाद पुलिस ने पीआर बांड पर उन आरोपियों को छोड़ दिया था, लेकिन रविवार को जब कलश शोभायात्रा निकली, तो कुछ असामाजिक तत्वों ने घरों की छतों से पथराव करना शुरू कर दिया। इस हमले से गांव में तनाव का माहौल बन गया और लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे।
घायल और पुलिस की त्वरित प्रतिक्रिया
पथराव में छह लोग घायल हो गए, जिन्हें स्थानीय अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया। इस घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस प्रशासन ने तुरंत कदम उठाया। कुशेश्वरस्थान, तिलकेश्वर और बिरौल थाना की पुलिस की टीम घटना स्थल पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में लिया। इसके बाद भी गांव में तनाव की स्थिति बनी रही, और सुरक्षा के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया।
एसपी ने अफवाहों का किया खंडन
घटना के बाद ग्रामीण एसपी आलोक कुमार ने बयान दिया कि जांच से पता चला है कि यह घटना एक अफवाह के कारण हुई थी। उन्होंने कहा कि “स्थानीय जांच में यह सामने आया कि पथराव की घटना के पीछे अफवाहों का हाथ था। लोग एक-दूसरे से टकरा गए थे, जिससे यह स्थिति उत्पन्न हुई।” एसपी ने यह भी कहा कि इस मामले में छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है और 45 लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है।
होली के दिन पथराव में कई हुए थे घायल
यह पहली बार नहीं था जब केवटगामा गांव में दो समुदायों के बीच विवाद हुआ हो। इससे पहले होली के दिन भी इसी गांव में दो समुदायों के बीच झड़प हुई थी, जिसमें कई लोग घायल हुए थे। उस समय भी पुलिस ने मामले को सुलझाने के लिए आपसी सहमति से पहल की थी, लेकिन अब एक बार फिर से पथराव की घटना ने तनाव को बढ़ा दिया।
पुलिस की सतर्कता और सुरक्षा के उपाय
घटना के बाद पुलिस प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए गांव में सुरक्षा बढ़ा दी है। बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है और प्रशासन की ओर से शांति बनाए रखने के लिए लगातार निगरानी रखी जा रही है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार की अफवाहों पर विश्वास न करें और शांति बनाए रखें।
अलर्ट मोड में प्रशासन
दरभंगा में हुई इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि त्योहारों के समय इलाके में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है, लेकिन पुलिस और प्रशासन की तत्परता से ऐसी घटनाओं को नियंत्रित किया जा सकता है। बहरहाल, प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है और इलाके में शांति बनाए रखने के लिए हर संभव कदम उठा रहा है।