सेंट्रल डेस्क : पाकिस्तान में आतंकी घटनाओं का सिलसिला जारी है। हाल ही में बलूचिस्तान में जाफर एक्सप्रेस ट्रेन का अपहरण होने के बाद अब पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा क्षेत्र में एक आत्मघाती हमला हुआ है। इस हमले में कई लोग मारे गए हैं, जिससे पाकिस्तान में फिर से सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है।
आत्मघाती हमले में सेना का बेस कैंप बना निशाना
सूत्रों के मुताबिक, आत्मघाती हमलावर ने खैबर पख्तूनख्वा के टैंक जिले के जंडोला आर्मी कैंप को निशाना बनाते हुए खुद को विस्फोट से उड़ा लिया। इस धमाके से कैंप में खलबली मच गई और सुरक्षा बलों के बीच गोलीबारी शुरू हो गई। यह आत्मघाती हमला आतंकी संगठन तहरीक-ए-पाकिस्तान (टीटीपी) द्वारा अंजाम दिए जाने की संभावना जताई जा रही है। यह संगठन पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा क्षेत्र में काफी सक्रिय रहता है।
आत्मघाती हमले के बाद मच गई अफरा-तफरी, सुरक्षाबलों ने 10 आतंकियों को मार गिराया
आत्मघाती हमले के बाद पाकिस्तानी सेना की प्रतिक्रिया तेज रही और उन्होंने तत्परता से कार्रवाई करते हुए लगभग 10 आतंकियों को मार गिराया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस हमले के बाद वहां भारी गोलीबारी भी हुई। इसके साथ ही, दक्षिणी वजीरिस्तान स्थित फ्रंटियर सैन्य दल के शिविर के पास भी आत्मघाती हमले के बाद 10 आतंकियों को ढेर कर दिया गया। विस्फोट की तेज आवाज के बाद गोलीबारी की घटना घटी, जिसके बाद स्थिति और गंभीर हो गई।
जाफर एक्सप्रेस ट्रेन अपहरण की घटना से पाकिस्तान में हड़कंप
गौरतलब है कि बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) नामक आतंकी संगठन ने हाल ही में जाफर एक्सप्रेस ट्रेन का अपहरण कर लिया था। यह ट्रेन क्वेटा से पेशावर जा रही थी, और इसमें सुरक्षाकर्मियों समेत 450 से ज्यादा यात्री सवार थे। ट्रेन को हाइजैक कर लिया गया, जिसके बाद आतंकवादियों ने पाकिस्तानी सैनिकों पर हमला किया। इस हमले में कुल 21 नागरिक और 4 सैनिकों की मौत हो गई थी। पाकिस्तानी सेना ने काफी संघर्ष के बाद 200 से ज्यादा यात्रियों को मुक्त कराया और 33 आतंकियों को मार गिराने का दावा किया। हालांकि, बलूच लिबरेशन आर्मी ने भी अपने दावों में कहा है कि उसने हमला किया था और कई सैनिकों को भी मारा है।
पाकिस्तान में बढ़ती आतंकवादी घटनाओं के बीच सुरक्षा की चुनौती
पाकिस्तान में आतंकी घटनाओं की बढ़ती संख्या ने सुरक्षा बलों के लिए एक गंभीर चुनौती खड़ी कर दी है। इन हमलों ने न केवल पाकिस्तान की सुरक्षा स्थिति को खतरे में डाला है, बल्कि इससे नागरिकों की जान-माल को भी खतरा है। पाकिस्तान सरकार और सेना अब इन घटनाओं पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कर रहे हैं, लेकिन यह साफ है कि पाकिस्तान में आतंकवाद का खतरा फिलहाल कम होता नहीं दिख रहा है।