आगराः हाल ही में लोकसभा और राज्यसभा में पास हुआ वक्फ संशोधन 2024 बिल जहां भाजपा और गठबंधन के समर्थकों द्वारा स्वागत किया जा रहा है, वहीं मुस्लिम संगठन और विपक्ष इसके विरोध में खड़े हैं। वक्फ संशोधन बिल का समर्थन करने पर उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष अशफाक सैफी को गंभीर धमकियों का सामना करना पड़ा है।
अशफाक सैफी को मिली जान से मारने की धमकी
अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष अशफाक सैफी ने सोशल मीडिया पर वक्फ संशोधन बिल के समर्थन में एक पोस्ट डाली थी। इसके बाद उन्हें सोशल मीडिया पर धमकियां मिलने लगीं। अशफाक का आरोप है कि उनके समर्थन से कुछ मुस्लिम भाइयों का गुस्सा बढ़ गया और वे सोशल मीडिया पर उन्हें गालियां देने लगे और जान से मारने की धमकी देने लगे। अशफाक ने कहा, “मैं अपने देशवासियों से पूछता हूं कि मैंने ऐसा कौन सा अपराध किया है कि मुझे और मेरे परिवार को इस तरह की गालियां दी जा रही हैं। मुझे डराया-धमकाया जा रहा है।”
उन्होंने बताया कि इस मामले में स्थिति इतनी बिगड़ गई कि उनके बहनोई जो संभल में रहते हैं, उन्हें जानलेवा हमला किया गया। अशफाक ने कहा कि वह अब अपना फैसला देशवासियों पर छोड़ते हैं और उन्होंने अपनी पोस्ट में कहा, “जय हिंद, जय भारत, मोदी जी जिंदाबाद, योगीजी जिंदाबाद, भारतीय जनता पार्टी जिंदाबाद।”
संभल में बुजुर्ग को पीटा गया
वहीं, संभल जिले में भी वक्फ संशोधन बिल का समर्थन करने पर एक बुजुर्ग व्यक्ति को बेरहमी से पीटा गया। यह घटना 3 अप्रैल को गुन्नौर कोतवाली इलाके की है। जाहिद सैफी नामक बुजुर्ग व्यक्ति रोज की तरह अबू बकर मस्जिद में नमाज पढ़ने गए थे। नमाज के बाद, मस्जिद के बाहर वक्फ संशोधन बिल पर चर्चा हो रही थी। जाहिद ने बिल का समर्थन किया, जिससे वहां मौजूद कुछ लोगों का गुस्सा भड़क गया। आरोपियों ने जाहिद को घेर लिया और कहा कि “तुम मुसलमान नहीं रहे, तुम हिंदू हो गए हो।” इसके बाद, उन पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया गया और बुरी तरह पीटा गया।
आसपास के लोग उन्हें घायल अवस्था में थाने ले गए, जहां पुलिस ने उनका मेडिकल परीक्षण कराया। जाहिद सैफी ने बताया कि उन्होंने वक्फ संशोधन बिल को सही बताया था, जबकि वहां के लोग इसे गलत मानते थे। इसी विवाद के चलते आरोपियों ने उन्हें गद्दार घोषित कर दिया और उन पर हमला किया।
पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया
संभल के एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने इस घटना की पुष्टि की और कहा कि यह वक्फ संशोधन बिल से संबंधित विवाद नहीं था, बल्कि गन्नौर में एक मस्जिद के स्वामित्व को लेकर मुस्लिम समाज के दो पक्षों के बीच विवाद था। एसपी ने बताया कि इस विवाद को लेकर कहासुनी और मारपीट भी हुई थी। पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है और आरोपियों की गिरफ्तारी की प्रक्रिया शुरू कर दी है।