सूरत/गुजरात: सूरत पुलिस की विशेष संचालन समूह (Special Operations Group) ने एक बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया है, जो देश में अवैध रूप से रहने और फर्जी दस्तावेजों के जरिए भारतीय पहचान बनाने की कोशिश कर रहा था। गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान मोहम्मद हामिम अब्दुल फकीर (32) के रूप में हुई है, जो बांग्लादेश का निवासी है।
सूरत पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि यह गिरफ्तारी एक महत्वपूर्ण ऑपरेशन के तहत की गई, जिसमें कई फर्जी दस्तावेजों की बरामदी की गई। गिरफ्तार किए गए व्यक्ति से एक फर्जी आधार कार्ड, फर्जी पैन कार्ड, बांग्लादेशी राष्ट्रीय पहचान पत्र (ID Card), बांग्लादेशी निकाह कार्ड, शहीद प्रमाण पत्र और अन्य कई दस्तावेज बरामद किए गए हैं। यह दस्तावेज़ इस बात का संकेत देते हैं कि मोहम्मद हामिम अब्दुल फकीर ने भारतीय नागरिकता प्राप्त करने के लिए इन फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया था।
सूरत पुलिस ने बताया कि इस मामले की जांच अभी भी जारी है और गिरफ्तार आरोपी से कड़ी पूछताछ की जा रही है। पुलिस का मानना है कि आरोपी एक बड़े अवैध दस्तावेज तैयार करने के नेटवर्क से जुड़ा हुआ हो सकता है, जो भारत में बांग्लादेशी नागरिकों को फर्जी पहचान प्रदान करता था।
अवैध दस्तावेज़ों की जालसाजी का खुलासा
सूरत पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार व्यक्ति ने अपना नाम और पहचान छिपाने के लिए विभिन्न प्रकार के फर्जी दस्तावेजों का उपयोग किया था। इन दस्तावेजों की मदद से आरोपी ने भारत में अपनी पहचान बनाई थी और सरकारी सेवाओं का लाभ उठाने की कोशिश की थी। इस गिरफ्तारी के बाद पुलिस अब यह जांच कर रही है कि आरोपी के पास अन्य किसी प्रकार के अवैध दस्तावेज भी थे या नहीं। पुलिस के मुताबिक, आरोपी के पास से मिले दस्तावेजों से यह स्पष्ट होता है कि वह भारतीय सरकारी दस्तावेजों के जरिए खुद को भारतीय नागरिक के रूप में प्रस्तुत करने की कोशिश कर रहा था।
गुजरात में अवैध घुसपैठ और फर्जी दस्तावेज़ों की बढ़ती समस्या
गुजरात में अवैध घुसपैठ और फर्जी दस्तावेज़ों के इस्तेमाल के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। राज्य में विभिन्न स्थानों पर अवैध तरीके से विदेशी नागरिकों के प्रवेश की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां इस मामले में सख्ती से कार्य कर रही हैं, लेकिन इन मामलों की जटिलता को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था और जांच तंत्र को और मजबूत करने की आवश्यकता महसूस की जा रही है।
पुलिस द्वारा की जा रही कार्रवाई
सूरत पुलिस ने इस गिरफ्तारी के बाद दावा किया कि आरोपी से पूछताछ की जा रही है, ताकि इस तरह के और जालसाजी के मामलों का खुलासा हो सके। पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि आरोपी का किसी बड़े जालसाजी नेटवर्क से संबंध था या नहीं। इसके अलावा, पुलिस की योजना है कि इस मामले में अधिक जानकारी मिलने पर अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया जा सकता है।
गुजरात पुलिस ने स्थानीय नागरिकों से अपील की है कि वे इस प्रकार के जालसाजी के मामलों में सतर्क रहें और यदि वे किसी संदिग्ध गतिविधि का सामना करते हैं तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। सूरत पुलिस की यह कार्रवाई एक उदाहरण बन सकती है कि किस प्रकार अवैध रूप से भारतीय पहचान प्राप्त करने की कोशिश की जा रही है। पुलिस की जांच के बाद इस मामले में और भी अहम जानकारियां सामने आ सकती हैं, जो इस प्रकार की जालसाजी को और गहरे से उजागर कर सकती हैं।
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