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Jharkhand Terror Funding Case Hearing: टेरर फंडिंग मामले में टीपीसी कमांडर की जमानत पर एनआईए कोर्ट ने मांगा जवाब, 21 जून को अगली सुनवाई

अदालत ने एनआईए को निर्देश दिया है कि वह 21 जून से पहले इस जमानत याचिका पर अपना पक्ष रखे।

by Reeta Rai Sagar
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Ranchi (Jharkhand): चतरा जिले के टंडवा स्थित मगध और आम्रपाली कोल परियोजना से जुड़े टेरर फंडिंग के एक सनसनीखेज मामले में तृतीय प्रस्तुति कमेटी (टीपीसी) के रीजनल कमांडर आक्रमण उर्फ रवींद्र गंझू की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। उसकी जमानत याचिका पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की विशेष अदालत में सुनवाई हुई, जहां अदालत ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एनआईए से विस्तृत जवाब मांगा है। अब इस मामले की अगली सुनवाई 21 जून को निर्धारित की गई है।

9 जून को दाखिल की थी जमानत याचिका, एनआईए कोर्ट में चल रहा है ट्रायल

आरोपित आक्रमण उर्फ रवींद्र गंझू ने बीते 9 जून को अदालत में अपनी जमानत के लिए अर्जी दाखिल की थी, जिस पर बुधवार को एनआईए की विशेष अदालत में सुनवाई हुई। अदालत ने एनआईए को निर्देश दिया है कि वह 21 जून से पहले इस जमानत याचिका पर अपना पक्ष रखे। गौरतलब है कि टेरर फंडिंग से जुड़े इस हाई-प्रोफाइल मामले का ट्रायल रांची की एनआईए की विशेष अदालत में चल रहा है, जिस पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं।

सीसीएल, पुलिस और उग्रवादियों के गठजोड़ से टेरर फंडिंग का खुलासा

एनआईए ने टंडवा थाना में वर्ष 2016 में दर्ज कांड संख्या 2/2016 को फरवरी 2018 में अपने हाथ में लिया था। गहन अनुसंधान के बाद जांच एजेंसी ने इस मामले में कुल 17 लोगों को आरोपित मानते हुए उनके खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था। एनआईए की जांच में यह चौंकाने वाला तथ्य सामने आया था कि सेंट्रल कोल फिल्ड्स लिमिटेड (सीसीएल), पुलिस, विभिन्न उग्रवादी संगठनों और शांति समितियों के बीच एक सुनियोजित समन्वय के माध्यम से टेरर फंडिंग का गोरखधंधा चल रहा था।

जांच में तृतीय प्रस्तुति कमेटी (टीपीसी) को भारी मात्रा में फंड दिए जाने की पुष्टि हुई थी। यह भी पाया गया कि टीपीसी को लेवी पहुंचाने के उद्देश्य से ही आक्रमण उर्फ रवींद्र गंझू ने मगध और आम्रपाली प्रोजेक्ट से ऊंची दरों पर कोयला ढुलाई का ठेका हासिल किया था।

इस टेरर फंडिंग मामले में टीपीसी के रीजनल कमांडर आक्रमण उर्फ रवींद्र गंझू उर्फ नेताजी के अलावा आधुनिक पावर के तत्कालीन महाप्रबंधक महेश अग्रवाल, बीकेबी ट्रांसपोर्ट के उपाध्यक्ष विनीत अग्रवाल, सोनू अग्रवाल उर्फ अमित अग्रवाल, कारोबारी सुदेश केडिया, ट्रांसपोर्टर सुधांशु रंजन उर्फ छोटू सिंह, अजय सिंह, मास्टरमाइंड सुभान खान, क्षेत्रीय कमांडर ब्रजेश गंझू उर्फ गोपाल सिंह भोक्ता, बिंदेश्वर गंझू उर्फ बिंदु गंझू, भीखन गंझू उर्फ दीपक गंझू, प्रदीप राम, विनोद गंझू, मुनेश गंझू, बीरबल गंझू, मुकेश गंझू उर्फ मुनेश्वर गंझू, कोहराम एवं अनिश्चय गंझू जैसे कई बड़े नाम शामिल हैं।

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