नई दिल्ली : कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने पार्टी की पश्चिम बंगाल इकाई को इस समय तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के साथ किसी भी गठबंधन के बारे में न सोचने और केवल संगठन को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करने को कहा है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई। इसमें लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी भी शामिल थे, पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ और राज्य में पार्टी को कमजोर करने वालों के खिलाफ संघर्ष पर जोर दिया।
कांग्रेस बंगाल की आकांक्षाओं की आवाज बनेगी—निडर, ईमानदार और अडिग
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि आज मैंने पश्चिम बंगाल कांग्रेस नेतृत्व के साथ इंदिरा भवन में एक प्रोडक्टिव चर्चा की। हमारा फोकस स्पष्ट था, जिसमें हमारी पार्टी को जड़ से मजबूत करना और लोगों के अधिकारों के लिए संघर्ष करना शामिल है। आगे गांधी ने लिखा, कांग्रेस बंगाल की आकांक्षाओं की आवाज बनेगी—निडर, ईमानदार और अडिग।
कांग्रेस नेतृत्व द्वारा सुझाई गई राजनीतिक लाइन तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस के बीच बढ़ते विवाद के बीच आई है। यह उन चर्चाओं को भी खारिज करती हैं, जो यह कह रही थीं कि पूर्व सांसद अधीर रंजन चौधरी को बंगाल इकाई के प्रमुख के पद से हटाए जाने के बाद पार्टी ने टीएमसी के साथ गठबंधन का रास्ता साफ कर दिया है।
मुद्दों को सड़कों पर लाकर दबाव बनाएंगे
‘आज पश्चिम बंगाल के लोग राज्य और केंद्र सरकार की कमियों के कारण नाराज हैं। ऐसे में कांग्रेस पार्टी को महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का समय है और हम इसे एक योजनाबद्ध तरीके से पश्चिम बंगाल के लोगों का प्रतिनिधित्व करने के लिए तैयार हैं। पश्चिम बंगाल के लोग चाहते हैं कि कांग्रेस पार्टी राज्य में मजबूत भूमिका निभाए, इसलिए हम लोगों की आवाज उठाएंगे और उनके मुद्दों को सड़कों पर लाकर दबाव बनाएंगे’, पश्चिम बंगाल के प्रभारी गुलाम नबी आज़ाद ने बैठक के बाद पत्रकारों से कहा।