मुंबई : महाराष्ट्र में हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों के बाद, शनिवार को विधानसभा में नवनिर्वाचित विधायकों के शपथ ग्रहण के साथ तीन दिवसीय विशेष सत्र की शुरुआत हो गई। यह सत्र राज्य के नए विधायी कार्यकाल का औपचारिक आरंभ माना जा रहा है। सत्र के पहले दिन प्रोटेम स्पीकर के रूप में कालिदास कोलंबकर ने शपथ ली, जिनका चुनाव बीजेपी के वरिष्ठ नेता के रूप में हुआ है।
नए विधायक करेंगे शपथ ग्रहण
शनिवार से शुरू विशेष सत्र 9 दिसंबर तक चलेगा, जिसमें राज्य के 288 नवनिर्वाचित विधायक शपथ लेंगे और राज्य के नए विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव भी होगा। इस सत्र में नए और पुराने विधायक अपने चुनावी वादों के साथ काम शुरू करेंगे, जिसमें महाराष्ट्र की विकास योजनाओं को प्रगति की दिशा में ले जाने का उद्देश्य होगा। बीजेपी विधायक पराग अलवानी ने टिप्पणी की, “महाराष्ट्र ने इस गठबंधन को बहुमत दिया है, और इस जनादेश का सम्मान करते हुए हम सब मिलकर राज्य की तरक्की के लिए काम करेंगे।”
नवोदित विधायक की उत्सुकता और प्रतिबद्धता
इस सत्र में नए विधायक भी शामिल हुए, जिनमें संगमनेर विधानसभा क्षेत्र से चुने गए अमोल खताल ने अपनी पहली शपथ ली। खताल ने अपने मतदाताओं का धन्यवाद देते हुए कहा, “यह सम्मान मेरे लिए नहीं, बल्कि मेरे मतदाताओं और मेरे क्षेत्र के लिए है।” इसके अलावा, बीजेपी विधायक नेहा दुबे और शिवसेना विधायक अम्श्या पाडवी भी शपथ लेने पहुंचे। पाडवी ने अपने बयान में कहा, “हम विकास के वादे के साथ चुने गए हैं और पिछली बार के असफल प्रयासों के बाद, अब हमें काम करने का मौका मिला है।”
नए अध्यक्ष का चुनाव और आगामी विधानसभा सत्र
सत्र के दौरान एक नए विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा, जो राज्य के विधायी कार्यों को दिशा देगा और अगले कार्यकाल के एजेंडे को प्रगति की ओर ले जाएगा। इस बीच, राज्य की विधानसभा का नियमित सत्र 16 दिसंबर से शुरू होगा, जिसमें अगले पांच वर्षों के लिए सरकार के प्रमुख विधायी कार्यों पर चर्चा की जाएगी।