नई दिल्ली : केंद्रीय राज्य मंत्री (कोयला और खान मंत्रालय) सतीश चंद्र दुबे ने फिल्म निर्माता अनुराग कश्यप की ब्राह्मण समुदाय पर की गई विवादास्पद टिप्पणी पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। दुबे ने ट्विटर पर कहा कि कश्यप ने पूरे ब्राह्मण समुदाय के खिलाफ अपशब्द कहे हैं और यदि उन्होंने सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगी, तो वह उन्हें कहीं भी शांति से नहीं रहने देंगे।
कश्यप ने अपनी टिप्पणी पर खेद व्यक्त करते हुए कहा कि यह एक वाक्य संदर्भ से लिया गया था और इसके कारण उनके परिवार, दोस्तों और सहयोगियों को बलात्कार और हत्या की धमकियां मिली हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी कार्रवाई या भाषण इस तरह की धमकियों के लायक नहीं है।
यह विवाद फिल्म ‘फुले’ के ट्रेलर के रिलीज के बाद शुरू हुआ, जिसमें ब्राह्मण समुदाय ने अपनी नकारात्मक छवि प्रस्तुत करने का आरोप लगाया। कश्यप ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यदि जातिवाद इस देश में नहीं होता, तो फुले को इसके खिलाफ संघर्ष करने की आवश्यकता नहीं होती।
क्या कहा था अनुराग कश्यप ने अपनी पोस्ट में
अनुराग कश्यप ने इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा, ‘मेरे जीवन का पहला नाटक ज्योतिराव और सावित्रीबाई फुले पर आधारित था। अगर इस देश में जातिवाद नहीं होता, तो उन्हें इससे लड़ने की ज़रूरत क्यों पड़ती?’ उन्होंने ब्राह्मण विरोधी प्रतिक्रिया पर तंज कसते हुए सवाल किया, ‘अब ये ब्राह्मण समूह शर्मिंदा हैं, या उस शर्म से मर रहे हैं, या फिर किसी समानांतर ब्राह्मण भारत में रह रहे हैं जिसे हम नहीं देख सकते। असल मूर्ख कौन है?’
कश्यप ने फिल्म के लीक होने की आशंका भी जताई। उन्होंने कहा, ‘जब कोई फिल्म सेंसर बोर्ड के पास जाती है, तो केवल चार लोग उसे देखते हैं। फिर ये तथाकथित ‘फ्रिंज ग्रुप्स’ इसे कैसे देख पा रहे हैं? कौन लीक कर रहा है? पूरी व्यवस्था ही भ्रष्ट है’।
कश्यप ने एक कमेंट का जवाब देते हुए लिखा, ‘ब्राह्मणों पे मैं… कोई प्रॉब्लम?’ — इस बयान ने सोशल मीडिया पर और अधिक बहस को जन्म दिया।
फिल्म ‘फुले’ में प्रतीक गांधी और पत्रलेखा ने महात्मा फुले और सावित्रीबाई फुले की भूमिकाएं निभाई हैं। फिल्म की रिलीज 25 अप्रैल 2025 को निर्धारित की गई है।