रांची: राजधानी रांची में शहरी परिवहन व्यवस्था को पटरी पर लाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है। रांची नगर निगम (RMC) शहर की सड़कों पर 244 नई सिटी बसें उतारने की योजना पर तेजी से काम कर रहा है। इस उद्देश्य को लेकर ट्रैफिक कोऑर्डिनेशन कमिटी की हालिया बैठक में बसों के संचालन के लिए रूट चार्ट और बस स्टॉप की सूची तैयार करने का निर्देश दिया गया है, ताकि भविष्य में संचालन में किसी प्रकार की बाधा न आए। बता दें कि ढाई साल पहले कैबिनेट ने बसों की खरीदारी के प्रस्ताव पर सहमति दी थी। निगम द्वारा निर्देशित रूट चार्ट और बस स्टॉप की सूची तैयार होने के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि पीपीपी मोड के अंतर्गत इच्छुक ऑपरेटरों की भागीदारी बढ़ेगी। वहीं जल्द ही राजधानी रांची की सड़कों पर पर्याप्त संख्या में सिटी बसें दौड़ती नजर आएंगी।
ऐप भी तैयार कर रहा नगर निगम
सिटी बस के संचालन से पहले ऐप भी तैयार किया जा रहा है। जिससे कि लोग खुद से भी टिकट ले सकेंगे। वहीं एक क्लिक पर रूट की जानकारी उपलब्ध रहेगी। इसके अलावा ये भी जानकारी मिलती रहेगी कि अगली बस कितनी देर में आयेगी। इसके अलावा बस स्टॉपेज कहां कहां पर है इसकी भी जानकारी ऐप से मिल जाएगी।
इस बार टेंडर की डेट बढ़ी
हालांकि, नगर निगम को इस योजना को लागू करने में कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। अब तक निगम ने सिटी बसों की खरीदारी और संचालन के लिए 7 बार टेंडर निकाले हैं, लेकिन किसी भी निजी ऑपरेटर ने भाग नहीं लिया। इस कारण निगम को एक बार फिर टेंडर भरने की अंतिम तिथि को बढ़ाना पड़ा है। पूर्व में जहां टेंडर भरने की अंतिम तारीख 27 फरवरी तय की गई थी, वहीं अब इसे बढ़ाकर 20 मार्च कर दिया गया था। इसके बाद फिर से शर्तों में ढील के साथ एक्टेंशन दिया गया है। जिससे कि सिटी बसों के संचालन की योजना धरातल पर उतर सकें।
पीपीपी मोड पर होगा संचालन
244 सिटी बसों के संचालन की यह योजना पूरी तरह से पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) मोड पर होगी। इसके तहत प्राइवेट ऑपरेटरों को ही बसों की खरीद से लेकर उसके संचालन और मैनपावर की व्यवस्था तक की जिम्मेदारी दी जानी है। लेकिन निगम की शर्तें निजी ऑपरेटरों को रास नहीं आ रही हैं। यही कारण है कि अब तक कोई भी कंपनी इस योजना में रुचि नहीं दिखा रही थी। अब निगम ने ऑपरेटरों को आकर्षित करने के लिए शर्तों में छूट दी है।
शहर में चल रही ढाई दर्जन बस
फिलहाल रांची में शहरी परिवहन व्यवस्था के तहत केवल 20 से 25 सिटी बसें ही हर दिन चल रही हैं। ये बसें भी केवल दो रूटों पर कचहरी से राजेंद्र चौक और कचहरी से कांटाटोली होते हुए बिरसा चौक तक ही ज्यादा चल रही हैं। सीमित रूटों और कम संख्या में बसों के कारण को पब्लिक ट्रांसपोर्ट का लाभ नहीं मिल पा रहा है।