पटना: बिहार विधानसभा में आज एक महत्वपूर्ण और हंगामेदार दिन होने की संभावना है, जब राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा होगी। बजट 2025 के पेश होने के बाद, विधानसभा सत्र का तीसरा दिन विपक्ष और सरकार के बीच तकरार का गवाह बनेगा। विपक्ष की ओर से खासतौर पर तेजस्वी यादव सरकार के विकास कार्यों पर सवाल उठाने के लिए तैयार हैं, जबकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से जवाबी बयान आने की संभावना है।
सरकार के विकास कार्यों पर होगी बहस
बजट सत्र के दौरान मंगलवार को राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा का समय निर्धारित किया गया है। राज्यपाल ने अपने अभिभाषण में नीतीश सरकार के द्वारा किए गए विकास कार्यों को प्रमुखता से उठाया था, लेकिन विपक्ष इसे पर्याप्त नहीं मानता। तेजस्वी यादव ने पहले ही घोषणा की है कि वह राज्य सरकार के विकास कार्यों की पोल खोलने का प्रयास करेंगे। तेजस्वी का कहना है कि राज्य में बेरोजगारी, पलायन और कानून-व्यवस्था की स्थिति बदतर हो गई है और इन मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी है।
प्रश्नकाल में विभिन्न मुद्दों पर उठेगा सवाल
विधानसभा की कार्यवाही 11:00 बजे से प्रश्नकाल से शुरू होगी। इस दौरान विभिन्न विभागों से जुड़े सवाल सदन में लाए जाएंगे। आज के प्रश्नकाल में शिक्षा, खान एवं भूतत्व, मद्य निषेध उत्पाद एवं निबंधन, पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन, समाज कल्याण, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण, पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण, परिवहन, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, तकनीकी शिक्षा, कला संस्कृति एवं युवा, और खेल विभाग से संबंधित सवालों का जवाब संबंधित मंत्री या प्रभारी मंत्री देंगे। इन विभागों के साथ-साथ सदन में सरकार की नीतियों और योजनाओं पर भी बहस हो सकती है।
शून्यकाल और ध्यानाकर्षण के दौरान सरकार को घेरने की रणनीति
प्रश्नकाल के बाद सदन में शून्यकाल होगा, जिसमें सदस्य तात्कालिक मुद्दों को उठाएंगे। इसके बाद ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर चर्चा होगी, जहां सदस्य सरकार से तात्कालिक मुद्दों पर विस्तृत जवाब मांग सकते हैं। भोजनावकाश के बाद राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा शुरू होगी और यह सत्र काफी गर्मा सकता है क्योंकि विपक्षी नेता तेजस्वी यादव ने पहले ही ऐलान कर दिया है कि वह राज्य सरकार के विकास कार्यों की आलोचना करेंगे।
विपक्ष की ओर से बेरोजगारी, पलायन और कानून-व्यवस्था पर हमला
विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने साफ तौर पर कहा है कि 2025-26 का बजट राज्य के युवाओं के लिए निराशाजनक है, क्योंकि इसमें रोजगार और नौकरी सृजन की कोई ठोस योजना नहीं है। इसके अलावा, पलायन रोकने और अपराध नियंत्रण के मुद्दों पर भी कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। ये सभी मुद्दे विपक्ष द्वारा सरकार को घेरने के लिए उठाए जाएंगे। विपक्ष का कहना है कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ी हुई है, और अपराधिक घटनाओं में निरंतर वृद्धि हो रही है, जिसे लेकर वे सरकार पर तीखा हमला कर सकते हैं।
राज्य सरकार का जवाब
राज्य सरकार की ओर से भी इन सभी मुद्दों पर जवाब देने की तैयारी की जा रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तरफ से विपक्ष द्वारा उठाए गए आरोपों का जवाब देने की संभावना है। यह देखना दिलचस्प होगा कि नीतीश कुमार किस तरह से सरकार के विकास कार्यों का बचाव करते हैं और क्या वह राज्य के विकास को लेकर कोई नई घोषणाएं करते हैं।
बिहार विधानसभा में आज होने वाली चर्चा राज्य की राजनीति में महत्वपूर्ण मोड़ ला सकती है। यह सत्र इस बात का गवाह बनेगा कि किस तरह से सरकार और विपक्ष अपनी-अपनी स्थिति को मजबूती से पेश करते हैं और क्या आने वाले दिनों में इन मुद्दों पर कोई समाधान निकलता है या नहीं।
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